अगरतला। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को त्रिपुरा में गोमती जिले के उदयपुर में 51 शक्तिपीठों में से एक माता त्रिपुरेश्वरी मंदिर तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान (प्रसाद) परियोजना का अनावरण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव भी उनके साथ रहे। शाह ने मंदिर में पूजा और प्रार्थना करने से पहले चांदी के दरवाजे को खोला। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने मंदिर परिसर में नवीनीकरण और सुविधाओं के निर्माण के लिए 44 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए हैं।
राज्य सरकार ने 14.22 एकड़ भूमि दी है, जिसमें मंदिर और सभी 51 शक्तियों के विग्रह को स्थापित किया जाएगा। मंदिर प्रबंधन समिति के अधिकारियों और सदस्यों के साथ बैठक में शाह ने राज्य सरकार की अकेले परिसर में 51 शक्ति देवियों की प्रतिकृति के निर्माण की पहल की प्रशंसा की है। इस कार्य से राज्य में धार्मिक पर्यटन में वृद्धि होगी और भक्तों को सभी देवियों का आर्शीवाद एक स्थान पर मिल सकेगा।
राज्य सरकार ने माता त्रिपुरेश्वरी मंदिर के पास उदयपुर के फूलकुमारी गांव में सभी 51 शक्तिपीठ मंदिरों के निर्माण का विचार रखा था। हिंदु पौराणिक कथाओं के अनुसार एशिया की 51 जगहों पर शक्तिपीठ मंदिर हैं। इन 51 शक्तिपीठों में से भारत में 38, बंगलादेश में छह, नेपाल में तीन, पाकिस्तान में दो और तिब्बत एवं श्री लंका में एक-एक शक्तिपीठ हैं।