डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन के अभियान के मुताबिक वो आतंकवाद को खत्म करने के लिए भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के लिए “ऊंची प्राथमिकता” देंगे। इतना ही नहीं वह यह भी सुनिश्चित करेंगे कि चीन अपने पड़ोसियों को धमका न सकें।
शनिवार को अपने अभियान में “जो बिडेन एजेंडा फॉर द इंडियन अमेरिकन कम्युनिटी” नाम से उन्होंने एक डॉक्यूमेंट जारी किया। इसमें उन्होंने भारतीय-अमेरिकी नागरिकों के हित से जुड़े मुद्दों पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि वह उन लोगों के लिए कई इमिग्रेशन सुधार लाएंगे जो कई दशकों से नहीं हुए हैं। साथ ही उच्च योग्य पेशेवरों के लिए एच वन-बी और अन्य कार्य-आधारित वीजा का भी आधुनिकीकरण करेंगे।
इस डॉक्यूमेंट में कहा गया है, “भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बिना कोई भी सामान्य वैश्विक चुनौती हल नहीं की जा सकती है। बाइडन का मानना है कि दक्षिण एशिया में आतंकवाद के लिए कोई सहिष्णुता नहीं दिखाई जा सकती, चाहे वह सीमा पार की हो या कोई और।”
इसमें आगे कहा गया, “बाइडन प्रशासन भारत के साथ एक नियम-आधारित और स्थिर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र का समर्थन करने के लिए भी काम करेगा, जिसमें चीन सहित कोई भी देश अपने पड़ोसियों को धमकी न दे सके।”
धर्म आधारित बात करें तो उनके एजेंडे में मुसलमानों और यहूदी लोगों के लिए की गई सांप्रदायिक अपील के विपरीत, हिंदुओं, सिखों, बौद्धों और जैनों को लेकर कोई उल्लेख नहीं किया गया था। यह एक सामान्य एजेंडा था जिसे भारतीय अमेरिकियों को लक्ष्य कर बनाया गया था।
इसमें कहा गया, “हम एक साथ, आतंकवाद-रोधी साझेदार के रूप में भारत की रक्षा और क्षमताओं को मजबूत करते रहेंगे, स्वास्थ्य प्रणालियों और महामारी की प्रतिक्रिया में सुधार करेंगे और उच्च शिक्षा, अंतरिक्ष अन्वेषण और मानवीय राहत जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बेहतर करेंगे।”
भारतीय अमेरिकियों को सीधे प्रभावित करने वाले मुद्दों को लेकर एजेंडा में कहा गया है कि “बाइडन यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके प्रशासन में दक्षिण एशियाई अमेरिकियों का प्रतिनिधित्व रहे, जिसकी शुरूआत उनके उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीनेटर कमला हैरिस के साथ होगी, जिनकी मां भारत से यहां इमिग्रेंट होकर आईं थीं।”