राहुल यादव, लखनऊ। किसी रेलवे सिस्टम के लिए उसकी सिगनलिंग प्रणाली रीढ़ के समान होती है। इसलिए सिगनलिंग व्यवस्था का चौबीसों घंटे सटीकता से कार्य करना बेहद जरूरी होता है। उ.म.रे. के प्रयागराज मण्डल के जन सम्पर्क अधिकारी केशव त्रिपाठी ने बताया कि सिगनलिंग स्टाफ को सिगनल मेंटेनेन्स में प्रशिक्षित करने एवं उनकी कार्य क्षमता एवं गुणवत्ता में वृद्धि करने हेतु प्रयागराज मंडल के प्रयागराज के छिवकी स्टेशन पर एक सिगनल प्रशिक्षण केंद्र प्रारंभ किया गया है। यह प्रशिक्षण केंद्र प्रयागराज छिवकी स्टेशन बिल्डिंग के प्रथम तल पर बनाया गया है। इस प्रशिक्षण केंद्र में 25 प्रशिक्षुओं के बैठने की सुविधा है। यहाँ एक कंम्प्यूटर एवं 43 इंच एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण केंद्र इंटरनेट के माध्यम से मंडल की विभिन्न लोकेशनों से जुड़ा हुआ है। इस व्यवस्था के पश्चात अब ट्रेनिंग के लिए नवआगन्तुकों को गाजियाबाद तथा सिकन्दराबाद के प्रशिक्षण केंद्रों में नहीं जाना पड़ेगा। कोरोना महामारी के कारण नवागंतुक प्रशिक्षणार्थियों का स्वयं गाजियाबाद अथवा सिकंदराबाद के प्रशिक्षण केंद्रों पर जाकर प्रशिक्षण लेना संभव नहीं था।