अशोक यादव, लखनऊ :
उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रदर्शन करने में अब आर्थिक समस्या आड़े नहीं आयेगी। राज्य सरकार एकलव्य क्रीड़ा कोष के तहत खिलाड़ियों को खेल में उच्च स्तरीय प्रदर्शन एवं संवर्धन हेतु फेलोशिप प्रदान करेगी। आज बापू भवन में अपर मुख्य सचिव, खेल, डा0 नवनीत सहगल की अध्यक्षता में आयोजित एकलव्य क्रीड़ा कोष की बैठक में 35 खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता/फेलोशिप प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही एकलव्य क्रीड़ा कोष से जनपद व मण्डल में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सभी पंजीकृत खिलाड़ियों, आवासीय क्रीड़ा छात्रावासों एवं स्पोर्र्ट्स कालेजेज के खिलाड़ियों को आयुषमान भारत योजना के तहत कवर कराने का प्रस्ताव पारित किया गया।
डा0 सहगल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों एवं मण्डलों से राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाड़ियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष से आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। एकलव्य क्रीड़ा कोष के तहत खेल संघों द्वारा आयोजित राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में पदक विजेता खिलाड़ियो को अपने खेल विधा से संबंधित आवश्यक उपकरणों की खरीद हेतु पांच लाख रुपये तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। सम्बद्धता प्राप्त खेल संघों द्वारा 04 वर्षों के अंतराल पर आयोजित किये जाने वाले एशियन चैम्पियनशिप, एशियन गेम्स, वर्ल्ड कप, विश्व चैम्पियनशिप तथा एशिय कप में पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को शारीरिक विकास एवं संवर्धन हेतु डाइट मनी के रूप में 03 लाख रुपये की धनराशि प्रतिवर्ष देने का प्राविधान है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि इसी प्रकार जूनियर एशियन चैम्पियनशिप, जूनियर विश्व चैम्पियनशिप, जूनियर वर्ल्ड कप, एशियन कप, यूथ ओलम्पिक गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, सैफ गेम्स पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को 02 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रतिवर्ष दी जायेगी। इसके अलावा ओलम्पिक गेम्स हेतु क्वालीफाई/कोचिंग कैम्प हेतु खिलाड़ियों को 05 लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। साथ ही खेल प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण के दौरान लगने वाली चोट के उपचार हेतु खिलाड़ी को 05 लाख रुपये वित्तीय मदद दी जायेगी।
सहगल ने बताया कि ओलंपिक गेम्स, कामनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, वर्ड चैम्पियन/वर्ल्डकप, एफ्रो एशियन गेम्स, सैफ गेम्स व राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले खिलाड़ी तैयार करना एकलव्य क्रीड़ा कोष का मुख्य उद्देश्य है। इस कोष के तहत खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को अत्याधुनिक अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण की व्यवस्था प्रदान करना है। खिलाड़ियों का स्वास्थ्य बीमा कराया जायेगा। साथ ही खेल क्लबोें, तथा अकादमियों को प्रत्यक्ष व परोक्ष रुप से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। इसके अतिरिक्त दिव्यांगजन, ट्रान्सजेण्डर व महिला खिलाड़ियों को अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जायेगा। खिलाड़ियों को आधुनिक खेल उपकरण व सामग्री भी उपलब्ध कराई जायेगी।
बैठक में एकलव्य क्रीड़ा कोष के सचिव/निदेशक खेल आर0पी0 सिंह सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।