अशोक यादव, लखनऊ। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के साथ लोगों में उसे लेकर डर भी बढ़ रहा है। लॉकडाउन में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी भी इससे अछूते नहीं हैं।
आगरा जिले की थाना फतेहपुर सीकरी पुलिस ने बालों को वायरस से बचाने के लिए मुंडन करा लिया। रविवार को इंस्पेक्टर सहित 75 पुलिसकर्मी मुंडन कराने के बाद गश्त पर निकले तो लोग हैरान रह गए।
थाने के प्रभारी निरीक्षक भूपेंद्र सिंह बालियान ने बताया कि हमने देखा कि कई लोग मुंह पर मास्क लगाने के साथ सिर को भी ढके हैं। डॉक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस सिर के बालों में भी चिपक सकता है।
वहां से सांस के जरिए अंदर जा सकता है। इसलिए हमने मुंडन करा लिया। पूरा थाना सहमत था, इसलिए सभी पुलिसकर्मियों ने मुंडन कराया है। मुंडन के दौरान सामाजिक दूरी का पूरा ध्यान रखा गया।
रविवार सुबह मुंडन कराने वालों में प्रभारी निरीक्षक के अलावा निरीक्षक क्राइम अमित कुमार, नौ उपनिरीक्षक, 15 मुख्य आरक्षी और 49 आरक्षी शामिल हैं। मुंडन कराने के बाद ये सभी कस्बे में गश्त पर निकले। लोग इनके सिर पर बाल न देखकर चौंक गए।
पुलिसकर्मियों ने बताया कि यह कोरोना से बचने के किया है। लोगों से कहा कि आप भी एहतियात से रहिए। सामाजिक दूरी का पालन कीजिए। हाथ बार-बार साबुन से धोते रहें।
इंस्पेक्टर का कहना है कि मुंडन कराना पुलिस प्रोटोकोल का उल्लंघन नहीं है। लंबे बाल रखना अनुशासन के खिलाफ है लेकिन छोटे कराना या मुंडन कराना नहीं।
एसएन मेडिकल कॉलेज के सीनियर माइक्रोबायोलॉजिस्ट संजीव चौधरी ने बताया कि ऐसी कोई स्टडी नहीं है कि मुंडन कराने से कोरोना संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना आंख, नाक, मुंह के जरिए शरीर में पहुंचता है।
संक्रमित जगह पर हाथ लगाने के बाद अगर आंख, नाक या मुंह पर लगाया जाए तो खतरा होता है। हाथ सिर में लगाएं तो बाल में संक्रमण आ सकता है, लेकिन ऐसे तो हाथ शरीर में कई जगह लग ही जाता है।