लखनऊ। अन्तरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल सारनाथ के खजुही गांव में स्थित वज्र विद्या संस्थान के बौद्ध मंदिर को सोमवार से अनिश्चितकाल के लिए आम पर्यटकों सहित बौद्ध तीर्थ यात्रियों के लिए बन्द कर दिया गया।
प्रवेश द्वार के मुख्य गेट पर इसकी सूचना चस्पा कर दी गई है। वाराणसी के सारनाथ में यह पहला बौद्ध मंदिर है जहां कोरोना वायरस के चलते ताला बंद किया गया है।
तिब्बती कर्ग्यूद सम्प्रदाय का यहां वज्र विद्या संस्थान और बौद्ध मंदिर है। यहां लगभग 200 बौद्ध भिक्षु रह कर अध्ययन और अध्यापन का काम करते हैं। इसी मठ में इस सम्प्रदाय के धर्मगुरु करमापा उग्येन थिनले दोरजे भी आकर अध्ययन अध्यापन के साथ पूजा पाठ करते हैं।
सोमवार को काफी सख्या में पर्यटक पहुंचे तो वहां पर गेट पर ताला बंद देख एवं सूचना पढ़ कर निराश होकर वापस चले गए। संस्थान के प्रबंधक लवांग ढांदुप नेगी ने बताया कि एहतियात के तौर पर मंदिर में पूजा रोककर पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
वहीं, सारनाथ स्थित पुरातात्विक संग्रहालय और पुरातात्विक उत्खनित स्थल परिसर को भी 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। अधीक्षण पुरातत्वविद नीरज सिन्हा ने बताया कि संस्कृति मंत्रालय की ओर से मिले निर्देश पर यह कदम उठाया गया है। इसी के साथ दशाश्वमेध घाट पर स्थित मानमंदिर महल में बना आभासी संग्रहालय भी 31 तक के लिए बंद कर दिया गया है।