लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण की दहशत से मानव जीवन के हर पहलू को प्रभावित कर दिया है। इस खतरनाक वायरस का असर स्वास्थ्य के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों पर भी दिख रहा है।
रोजमर्रा के तमाम सरकारी काम-काज और निजी आयोजन कैंसिल कर दिए गए हैं। लोगों को अनावश्यक रूप से कहीं आने-जाने की भी मनाही है। स्कूल-काॅलेजों आदि को कुछ दिन तक बंद रखने का आदेश दिया गया है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब इलाहाबाद हाई कोर्ट, लखनऊ चिड़ियाघर और इटावा लायन सफारी पार्क प्रशासन ने भी एहतियाती कदम उठाए हैं। लखनऊ स्थित नवाब वाजिद अली प्राणी उद्यान और इटावा लायन सफारी पार्क को 23 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है।
वहीं इलाहाबाद हाई कोर्ट की तरफ से भी सोमवार को एक एडवाइजरी जारी की गयी है। जिसमें कहा गया है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अगले कुछ दिनों तक जरूरी और अर्जेंट मामलों की ही सुनवाई होगी। सुनवाई के दौरान केवल हाईकोर्ट के कर्मचारियों और केस से जुड़े जजों, वकीलों को ही प्रवेश मिलेगा।
साथ ही सभी जजों और अधिवक्ताओं से कहा गया है कि अपनी पर्सनल वस्तुओं जैसे मोबाइल, चश्मा, गागल्स, बैग्स आदि खुद लेकर आएं। यह सामान फालोवर, चपरासी या ड्राइवर को न दें। बता दें कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट भी एक ऐसी ही एडवाइजरी जारी कर चुका है। शीर्ष अदालत ने भी स्थिति में बदलाव न होने तक सीमित मामलों पर ही सुनवाई करने को कहा है।