अशाेक यादव, लखनऊ। लखीमपुर खीरी में किसानों को कार से कुचलने के मामले में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ के पुत्र आशीष मिश्रा ‘मोनू’ की अदालत से गुरुवार को जमानत मंजूर किये जाने के मामले में विपक्ष ने तंज कसते हुये इस मामले की जांच को सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण बताने की कोशिश की है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर शायराना अंदाज में तंज कसते हुये कहा, “ख़बरदार रहना ज़ुल्मी हुकूमत की सियासत से, उनके पाले-पोसे बाहर आ रहे हैं हिरासत से।”
ख़बरदार रहना ज़ुल्मी हुकूमत की सियासत से
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 10, 2022
उनके पाले-पोसे बाहर आ रहे हैं… हिरासत से
गौरतलब है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने मोनू की जमानत अर्जी को मंजूर कर लिया।
क्या व्यवस्था है!!
— Jayant Singh (@jayantrld) February 10, 2022
चार किसानों को रौंदा, चार महीनों में ज़मानत…
इस पर राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी इशारों-इशारों में व्यवस्था पर तंज करते हुए कहा, “क्या व्यवस्था है, चार किसानों को रौंदा, चार महीनों में ज़मानत।” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले की जांच के तरीके को सत्ता के दुरुपयोग का सटीक उदाहरण बताया।
सत्ता के सरंक्षण में मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचला। सत्ता ने किसानों की न्याय को आस को कुचला।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 10, 2022
आज पूरे देश के किसान दुखी हैं, गुस्से में हैं। मेरे किसान भाइयों-बहनों कांग्रेस पार्टी न्याय की आवाज दबने नहीं देगी। न्याय के लिए हम आपके साथ मिलकर संघर्ष करेंगे। pic.twitter.com/FnWhW61vZO
उन्होंने कहा, “सत्ता के सरंक्षण में मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचला। सत्ता ने किसानों की न्याय को आस को कुचला। आज पूरे देश के किसान दुखी हैं, गुस्से में हैं। मेरे किसान भाइयों-बहनों कांग्रेस पार्टी न्याय की आवाज दबने नहीं देगी। न्याय के लिए हम आपके साथ मिलकर संघर्ष करेंगे।”