बिना ट्रेंनिंग ही ऑनलाइन चालान कराये जाने के कारण यातयात पुलिस और आरटीओ उलटे-सीधे चालान कर दे रहे हैं। वहीं कुछ पुलिस कर्मी इसका दुरूपयोग करने लगे हैं। सीएम योगी के आवास के बाहर ड्यूटी कर रहे ट्रैफिककर्मी का लखनऊ से 170 किमी दूर कानपुर देहात में चालान कर दिया।
जबकि विकासनगर थाना क्षेत्र में एक युवक की गाड़ी का पुलिसकर्मी ने दो दिनों में दो बार चालान कर दिया। आरटीओ और पुलिस विभाग की लापरवाही का लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के ट्रैफिक विभाग में तैनात अजय यादव सीएम आवास पर ड्यूटी कर रहे थे। वह अपनी बाइक से ही ड्यूटी आते- जाते हैं। अजय शुक्रवार दोपहर लगभग तीन बजे सीएम आवास के बाहर ड्यूटी कर ही रहे थे, कि मोबाईल पर एक मैसेज आया।
अजय ने मैसेज चेक किया तो होश उड़ गए। सीएम आवास पर खड़ी बाइक का चालान लखनऊ से 170 किमी दूर कानपुर देहात में एआरटीओ कानपुर द्वारा किया गया था। उन्होंने इसकी शिकायत अपने उच्च अधिकारी से की है।
वहीं दूसरी तरफ गुरूवार शाम बाइक (यूपी 32 एलपी 0086) से अपने घर जा रहे गोमतीनगर निवासी आकाश भारती को विकासनगर थाने के पुलिसकर्मी विवेक कुमार सिंह ने सेक्टर आठ चौराहे के पास रोक लिया।
आकाश का कहना, है कि बारिश होने के कारण वह कागज साथ नहीं रखे थे। आकाश ने एम परिवहन ऐप के जरिये कागज और अपना ओरिजनल डीएल भी दिखाया। सिपाही विवेक कुमार सिंह ने एप को मानने से न कर दिया और अभद्रता की।
आकाश का कहना है विवेक ने फोटो और वीडियो भी बना लिया था। जब वह चौराहे से निकले तो पुलिसकर्मी सेक्टर एक चौराहे पर मौजूदगी दिखाते हुए चार हजार का चालान कर दिया। वहीं नौ हजार रूपये का दूसरा चालान शुक्रवार को सेक्टर चार चौराहे पर दिखा दिया। अब पीड़ित दर दर भटकने को मजबूर हो रहा है।
उमाशंकर यादव एआरटीओ प्रवर्तन कानपुर देहात का नंबर गलत फीस हो जाने के कारण गलती से चलाएं हो गया होगा जिसे कैंसल कर दिया जायेगा। ख्याति गर्ग डीसीपी ट्राफिक का कहना मामले की जानकारी हुई है पीड़ित द्वारा एप्लिकेशन मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।