अशाेक यादव, कन्नौज। सदर कोतवाली क्षेत्र के मकरंदनगर क्षेत्र में सिटी स्टेशन के पास स्थित आर्यावर्त ग्रामीण बैंक में रविवार तड़के बिजली के शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि इसकी लपटें दूर-दूर तक उठ रहीं थीं। आग का पता चलते ही भवन मालिक ने सूचना देकर बैंक मैनेजर को बुला लिया।
सूचना पर पुलिस तो तत्काल पहुंच गई लेकिन दमकल की गाड़ी तिर्वा से करीब एक घंटे बाद पहुंची। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका लेकिन तब तक सबकुछ जलकर राख हो गया था। बैंक मैनेजर के अनुसार लाखों के उपकरण व कागजात जल गए हैं।
बता दें कि आर्यावर्त ग्रामीण बैंक की मकरंदनगर शाखा स्थानीय निवासी रवींद्र श्रीवास्तव के मकान के निचले तल पर संचालित है। रविवार होने से बैंक बंद था। रविवार तड़के करीब पांच बजे भवन स्वामी को तारों के जलने की महक लगी तो नीचे झांककर देखा। वहां बैंक के चैनल गेट से धुआं निकल रहा था। आग का अहसास होते ही तत्काल इसकी सूचना प्रबंधक प्रदीप कटियार को दी।
वे सरायमीरा स्थित आवास से तत्काल मौके पर पहुंच गए। उधर, मकान मालिक के बेटा ने बिजली कटवाने के लिए पावर हाउस फोन किया लेकिन रिसीव नहीं हुआ। इस पर वहां जाकर तुरंत शट डाउन करवाने के साथ लौटकर मेन लाइन भी कटवा दी। प्रबंधक ने बताया कि वे जब वे बैंक पहुंचे और शटर खोला तो गहरा काला धुआं अंदर भरा था और कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था।
लकड़ी के एक काउंटर में आग लगी थी। इस पर तुरंत पुलिस व फायर ब्रिगेड को फोन किया। मकरंदनगर चौकी पुलिस तो तुरंत पहुंच गई लेकिन फायर स्टेशन पर काफी मुश्किल से फोन रिसीव हुआ। सूचना के करीब एक घंटे बाद छह बजे सुबह तिर्वा से दमकल की एक गाड़ी पहुंची और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया।
इससे पहले बैंक में रखे फायर सिलिंडर से पुलिस ने आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग इतनी विकराल थी कि काबू नहीं पाया जा सका। दमकल कर्मियों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई लेकिन तब तक बैंक का सारा फर्नीचर, पांच कंप्यूटर, दो कूलर समेत अन्य सामान जलकर राख हो चुका था। आग बुझाने के दौरान दमकल की दो और गाड़ियां मौके पर पहुंचीं थीं।
भवन स्वामी की पत्नी अपर्णा श्रीवास्तव ने बताया कि कई बार फोन करने पर भी दमकल का फोन नहीं उठा। समय रहते दमकल पहुंच जाती तो शायद इतना नुकसान न होता। बैंक प्रबंधक ने जानकारी दी कि ठीक नुकसान का पता लगाने के लिए मुख्यालय से सर्वे टीम आ रही है। इसके बाद ही बता सकेंगे कि कितनी क्षति हुई लेकिन आठ से दस लाख का नुकसान तो हुआ है। हालांकि कैश सुरक्षित है।