अशाेक यादव, लखनऊ। राजधानी के सभी निजी स्कूल प्रबंधकों ने योगी सरकार पर नारजगी जाहिर करते हुए 7 फरवरी से स्कूल खोले जाने की मांग की है। साथ ही जिला निर्वाचन आयुक्त व डीएम लखनऊ अभिषेक प्रकाश पर दोहरा व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
इस बारे में अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने बुधवार को लखनऊ के ला मार्टिनियर गर्ल्स कॉलेज में प्रेस वार्ता के दौरान एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कोरोना काल के चलते सभी निजी स्कूल प्रबंधन सरकार के हर आदेश का पालन कर रहे हैं, और सरकार के आदेश पर स्कूल बंद भी रहे है, इस दौरान आर्थिक रूप से भी स्कूलों की ओर से लोगो की मदद की गई है, लेकिन सरकार की ओर से स्कूलों को कोई सहयोग नही मिला है।
अनिल अग्रवाल ने कहा आज सारा बाजार खुला हुआ है, लोग बाहर भी निकल रहे हैं, लेकिन बच्चों का स्कूल बंद करने का आदेश अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी की ओर से जारी कर दिया गया। उन्होंने कहा 6 फरवरी तक स्कूल बंद रखने का आदेश है, लेकिन अब 7 फरवरी से स्कूल खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा सरकार स्कूल खुलने का आदेश जारी करे ताकि बच्चों की पढ़ाई शुरू हो सके।
उन्होंने कहा स्कूल बंद हैं, लेकिन चुनाव से जुड़े कार्यक्रमों के लिए बच्चों को डीएम की ओर से बुलाया जा रहा है, क्या वहां कोरोना नहीं होगा। उन्होंने कहा स्कूल न खुलने से अभिभावक फीस भी नहीं जमा कर रहे है, शिक्षकों का वेतन भी नहीं निकल पा रहा है।
फीस न बढ़ाने के आदेश को किया न मंजूर
एसोसिएशन के अध्य्क्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि पिछले दो सालों से कोरोना काल में सरकार के आदेश का पालन करते हुए फीस वृद्धि नही की गई है। उसके बाद भी सरकार ने इस बार भी फीस बढ़ाने पर रोक लगाई है, ऐसे में हम मजबूर हैं, उन्होंने कहा हम तमाम वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं, ऐसे में इस बार फीस बढ़ोत्तरी की जाएगी और हम सरकार के आदेश का विरोध करते हैं।
ऑनलाइन शिक्षा नहीं है कारगर, बच्चे हो रहे चिड़चिड़े
प्रेस कॉन्फ्रेंस में लखनऊ के सीबीएसई कोआर्डिनेटर डॉ जावेद आलम खान ने कहा कि आज सरकार ऑनलाइन शिक्षा पर जोर दे रही है, लेकिन हकीकत में बच्चे चिड़चिड़े हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि लगातार कैमरे के सामने बैठना संभव नहीं होता है।
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
निजी स्कूल एसोसिएशन ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर स्कूल खोले जाने की मांग की है। एसोसिशसन के अध्यक्ष ने अनिल अग्रवाल ने कहा अगर स्कूल नहीं खोले जाते हैं तो एक जुट होकर इसका विरोध किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को चेतावनी देते हुए कहा राजनीति के तहत विद्यालयों को बंद रखना ठीक नहीं हमें सरकारी विद्यालय की तर्ज पर न समझा जाये।