नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक को 31 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण ( एनसीएलटी) द्वारा समाधान वाले खातों सहित बट्टे खातों से लगभग 8,000 करोड़ रुपये की वसूली की उम्मीद है। एसबीआई ने दिसंबर, 2021 को समाप्त तीसरी तिमाही के दौरान बट्टे खातों से 1,500 करोड़ रुपये की वसूली की और वित्त वर्ष 2021-22 के पहले नौ महीनों अप्रैल-दिसंबर के दौरान कुल वसूली राशि 5,600 करोड़ रुपये रही।
बैंक ने निवेशकों के साथ एक वार्ता में यह बात कही। बैंक ने कहा कि कुल मिलाकर उसे चालू वित्त वर्ष में लगभग 8,000 करोड़ रुपये की वसूली की उम्मीद है। इसमें न्यायाधिकरण द्वारा हल किए गए मामलों से वसूल की गई राशि भी शामिल है। इसके चलते बैंक के फंसे हुए कर्ज में भी सुधार हुआ है और 31 दिसंबर, 2021 के अंत में उसका सकल एनपीए घटकर 4.5 प्रतिशत रह गया, जो सितंबर, 2021 के अंत में 4.9 प्रतिशत था।
शुद्ध एनपीए भी तिमाही आधार पर 1.52 फीसदी से गिरकर 1.34 फीसदी पर आ गया। एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के आंकड़ों से पता चलता है कि बैंक के प्रदर्शन में लगातार सुधार हो रहा है।