अशाेेेक यादव, लखनऊ। होम लोन देने वाली कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड ने अपनी तिमाही रिपोर्ट पेश कर दी है। 31 मार्च को खत्म हुई तिमाही में कंपनी के शुद्ध मुनाफे में 22 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
इस तिमाही में मुनाफा घटकर 2233 करोड़ रुपये रहा है। जबकि इसके मुकाबले पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 2862 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
तिमाही रिपोर्ट जारी करने के साथ ही एचडीएफसी के बोर्ड ने डिविडेंड देने का भी ऐलान कर दिया है। कंपनी ने 21 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड देने का फैसला किया है।
कंपनी ने कहा कि पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी का डिविडेंड इनकम 537 करोड़ रुपये थी जो इस बार महज 2 करोड़ रुपये रही। इस दौरान निवेश बेचने से कंपनी को 2 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है जो पिछले साल की इसी तिमाही में 321 करोड़ रुपये थी।
कंपनी ने नतीजों में बताया है कि कोरोना वायरस की वजह से उसे इस बार 1274 करोड़ रुपये की प्रोविजनिंग करनी पड़ी है। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी ने 398 करोड़ रुपये की प्रोविजनिंग की थी।
पूरे वित्त वर्ष की बात करें तो कंपनी को 17770 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। एचडीएफसी की चौथी तिमाही में कुल आय 11982 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले की समान अवधि में 11587 करोड़ रुपये रही थी।
31 मार्च 2020 तक एचडीएफसी का ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग लोन 8908 करोड़ रुपये था। यह कंपनी के लोन पोर्टफोलियो का 1.99 फीसदी है।
वहीं पिछले साल की तुलना में इस वर्ष नेट इंटरेस्ट इनकम में 17 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। नेट इंटरेस्ट मार्जिन 1.1 फीसदी बढ़कर 3.4 फीसदी हो गया। मार्च मध्य के बाद से कोरोना के चलते बिजनेस में कमी आई और नॉन-परफॉर्मिंग लोन में बढ़ोतरी हुई है।