अशाेेेक यादव, लखनऊ। पिछले वर्ष उम्भा गांव में हुए आदिवासियों के नरसंहार की पहली बरसी पर सोनभद्र जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने रास्ते में ही गिरफ्तार कर लिया है। अपने पुस्तैनी जमीन बचाने के लिए पिछले वर्ष बलिदान हुए आदिवासी लोगों की याद में कांग्रेस ने बलिदान दिवस मनाने का ऐलान किया है।
जिसके क्रम में गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, अजय राय, राजेश मिश्रा, महासचिव मनोज यादव, विश्वविजय सिंह, सरिता पटेल सहित कई कांग्रेस नेता व पदाधिकारी शहीद आदिवासियों को श्रद्धांजलि देने सोनभद्र के उम्भा गांव जा रहे थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद देर शाम गोपीगंज गेस्टहाउस से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने एक बयान जारी कर योगी सरकार को आदिवासी-पिछड़ा-दलित विरोधी बताया। कहा कि दलित-पिछडों-आदिवासियों के मुद्दे उठा रही कांग्रेस और उसके नेताओं का योगी सरकार उत्पीड़न और दमन कर रही है।
प्रदेश सरकार लोकतंत्र की हत्या पर उतारू है। श्री लल्लू ने कहा, पूरे प्रदेश में आराजकता का माहौल है। हाल में कानपूर के बिकरू गांव में अपराधियों ने 8 पुलिसकर्मियों की सरेआम हत्या कर दी थी। पिछले साल इसी दिन जमीन के सवाल पर जातीय नरसंहार में 10 आदिवासियों की हत्या कर दी गई थी। अपराधी बेलगाम और मनबढ़ हुए है। योगी सरकार हर मोर्चे पर फेल है।
लल्लू ने कहा कि पिछले साल हुए नरसंहार के बाद योगी ने उम्भा गांव के लोगों से तमाम वादे किये थे। लेकिन आज तक पूरे नहीं हुए।
नरसंहार के बाद सीएम योगी ने गांव में स्कूल खोलने, पुलिस चैकी खोलने और गरीब पीड़ित आदिवासियों को जमीन का मालिकाना हक देने की बात कही थी, जो आज तक पूरी नहीं हुयी। वन विभाग अपनी जमीन को सुसंगत कानूनों के तहत नोटिफाई करने में घोर लापरवाही बरत रहा है। यही वजह यह इनपर अवैध कब्जे हो रहे हैं जो विवाद का कारण बन रहे हैं।