सूर्योदय भारत समाचार सेवा, गांधी नगर, गुजरात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा एवं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के नेतृत्व में औद्योगिक विकास के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहे उत्तर प्रदेश ने गुजरात में आयोजित डिफेंस एक्सपो 2022 में भी अपनी जबर्दस्त उपस्थित दर्ज कराते हुए रक्षा आयुध बनाने वाली विभिन्न कम्पनियों के साथ 13 एमओयू साइन किए हैं। जिसके जरिये विभिन्न कम्पनियां उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा डेवलप किए जा रहे उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में 564 करोड़ रूपए का निवेश करेंगी।
डिफेंस एक्सपो में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी डिफेंस एक्सपो में शामिल हुए। जिन्होंने निवेशकों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी और सुझावों के आधार पर सहुलियतें उपलब्ध कराए जाने का भरोसा जताया।
औद्योगिक विकास मंत्री नन्दी उद्घाटन सत्र में शामिल हुए, जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन किया। डिफेंस एक्सपो के उद्घाटन सत्र में सम्मिलित होने के बाद आौद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किए जा रहे डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। जहां रक्षा आयुध बनाने वाली कई महत्वपूर्ण कम्पनियों ने सम्पर्क करते हुए 13 एमओयू साइन किए, जिसके जरिये उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में 564 करोड़ रूपए का निवेश होगा।
मंत्री नन्दी ने यूपीडा के स्टॉल पर उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में निवेश करने वाले निवेशकों से बातचीत की। उनके सुझाव सुने और उत्तर प्रदेश रक्षा एवं एयरोस्पेस, रोजगार प्रोत्साहन नीति, 2018 (संशोधित) के विषय में जानकारी दी। निवेशकों के सुझाव सुनने के बाद मंत्री नन्दी ने कहा कि एमएसएमई के लिए इस कॉरिडोर में व्यापक सम्भावनाएं मौजूद हैं। मंत्री नन्दी ने यूपीडा के स्टॉल की प्रशंसा की। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की टीम को उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर एयर चीफ मार्शल (रिटायर्ड) एवं चीफ नोडल ऑफिसर यूपी डिफेन्स कॉरिडोर आरकेएस भदौरिया, एसीईओ यूपीडा श्रीश चंद्र वर्मा, मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्याय और निवेशक मौजूद रहे। मंत्री नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार, उत्तर प्रदेश को अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे, बेहतर कनेक्टिविटी और पॉलिसी सपोर्ट के साथ रक्षा औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने के लिए समर्पित है। मंत्री नन्दी ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 25 सेक्टोरल पॉलिसी के साथ निवेश मित्र पोर्टल 30 से अधिक विभागों की लगभग 350 सेवाएं देने की क्षमता से लैस है। यह राज्य को मजबूत बनाने और आधुनिक औद्योगिक बुनियादी ढांचे, उन्नत तकनीकी, का माहौल प्रदान कर रहा है। जिससे प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के संयुक्त संकल्प को बल मिल रहा है।
रक्षा क्षेत्र के उद्योगों का समर्थन करने के लिए न केवल आाईआईटी कानपुर और आईआईटी बीएचयू जैसे उन्नत तकनीकी संस्थानों के साथ भागीदारी की गई है।, बल्कि इन उद्योगों को स्वदेशी रक्षा और एयरोस्पेस विनिर्माण को विकसित करने और पोषित करने के लिए उपयुक्त वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए देश के शीर्ष बैंकों के साथ भी भागीदारी की है। मंत्री नन्दी ने कहा कि
डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को आगामी रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में एमएसएमई की महत्वपूर्ण भूमिका को समझते हुए रक्षा और एयरोस्पेस नीति की सब्सिडी में उन्हें एकीकृत करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा तकनीकी सहायता और परीक्षण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है. इसके अन्तर्गत केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय द्वारा झांसी नोड पर नया प्रौद्योगिकी केंद्र, विस्तार केंद्र (टीसीईसी) स्थापित किया जा रहा है।
इन सभी कदमों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार रक्षा निर्माण के क्षेत्र को नेक्स्ट लेवल तक ले जाने के लिए रक्षा और एयरोस्पेस के क्षेत्र में इच्छुक निवेशकों के साथ नए संबंध स्थापित करने के लिए डिफेंस एक्सपो 022 में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर रहा है।