अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हाथरस के बाद बलरामपुर में दलित युवतियों के साथ अमानवीय कृत्य से बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती बेहद आहत है। मायावती ने इन दोनों कांड के बाद उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला बोलने के साथ ही एक सलाह भी दी है।
मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार अपना अहंकारी तथा तानाशाही रवैया बदले और पीड़ित परिवारों को शीघ्र न्याय दिलाने में बड़ी भूमिका अदा करें। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती बीते एक वर्ष से सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव हो गई हैं। सोमवार को भी उन्होंने हाथरस कांड को लेकर दो ट्वीट किया है।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अपने ट्वीट में कहा, हाथरस गैंगरेप काण्ड के बाद सबसे पहले पीड़ित परिवार से मिलने व सही तथ्यों की जानकारी के लिए वहां 28 सितम्बर को बीएसपी प्रतिनिधिमण्डल गया था, जिनकी थाने में ही बुलाकर उनसे वार्ता कराई गई थी। वार्ता के बाद मिली रिपोर्ट अतिः दुखद थी, जिसने मुझे मीडिया में जाने के लिए मजबूर किया।
इसके बाद वहां मीडिया के जाने पर भी उनके साथ हुई बदसलूकी तथा कल व परसों विपक्षी नेताओं व लोगों के साथ पुलिस का हुआ लाठीचार्ज आदि अति-निन्दनीय व शर्मनाक। सरकार को अपने इस अहंकारी व तानाशाही वाले रवैये को बदलने की सलाह, वरना इससे लोकतन्त्र की जड़े कमजोर होंगी।