उत्तर प्रदेश में लगातार रेप और हत्या के कई मामले देखने को मिल रहे हैं। लॉकडाउन के बाद से उत्तर प्रदेश में एक बार फिर आपराधिक वारदातें शुरू हो गई हैं। उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक बढ़ती आपराधिक वारदातों को लेकर बीजेपी सरकार विपक्ष के निशाने पर है।
पिछले कुछ दिनों में काफी आपराधिक घटनाएं सामने आई हैं। ऐसे में विपक्षी नेता आपराधिक घटनाओं के बहाने योगी सरकार पर निशाना साधते रहते हैं।
इसी कड़ी बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर प्रदेश की योगी पर हमला बोला है। सोमवार को मायावती ने यूपी में हो रहे अपराध की दो-तीन घटनाओं का जिक्र करते हुए ट्वीट किया है।
उन्होंने कहा, कि क्या यही सरकार का रामराज्य है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘यूपी के सीतापुर में नाबालिग दलित के साथ गैंगरेप, चित्रकूट में बंधुआ मजदूरी न करने पर युवक की हत्या व उसके बेटे का हाथ तोड़ना व गोरखपुर में डबल मर्डर आदि जघन्य घटनाओं की बाढ़ आई हुई है। क्या यही है सरकार का रामराज्य? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, बीएसपी की यह मांग है।
इस ट्वीट के बाद मायावती ने आगे लिखा, ‘भाजपा द्वारा केवल रामराज्य की बात करने से यूपी की गरीब जनता का विकास व उत्थान होने वाला नहीं है और न ही उन्हें जुल्म-ज्यादती से निजात ही मिलने वाला है बल्कि श्रीराम के उच्च आदर्शों पर चलकर सरकार चलाने से ही यह सब सम्भव हो सकता है, जिसपर यह सरकार चलती हुई नजर नहीं आ रही है।
बता दें कि सीतापुर जिले में तंबौर इलाके के एक गांव में नाबालिग बच्ची से रेप का मामला सामने आया। यहां गांव के एक युवक ने लड़की को घर में अकेला पाकर उसके साथ हैवानियत किया।फिलहाल, इस मामले में पुलिस की कार्यवाही चल रही है। इसी तरह चित्रकूट में बंधुआ मजदूरी से मना करने पर दबंगों ने युवक की हत्या कर दी और उसके बेटा का हाथ तोड़ दिया।
खुद मुख्यमंत्री के गृहजिले गोरखपुर में दोहरे हत्याकांड से सनसनी फैली हुई है। लखीमपुर खीरी में दरिंदों ने एक 13 साल की नाबालिग दलित लड़की के साथ वहशीपन की हदें पार कर दी थीं। शौच के लिए घर से बाहर गई नाबालिग के साथ पहले अपराधियों ने गैंगरेप किया और फिर उसकी हत्या कर दी थी।