मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने ईंधन की कीमतों में ताजा वृद्धि को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और ऐसे समय में कीमतें बढ़ाने की आवश्यकता पर सवाल उठाए जब कच्चा तेल रूस से ”अत्यधिक रियायती दरों” पर आयात किया गया है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई।
वहीं घरेलू रसोई गैस के दाम 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ गए हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। राकांपा की महाराष्ट्र ईकाई के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने पूछा कि रसोई गैस की कीमत बढ़ाने की क्या आवश्यकता है जब आपने (केंद्र ने) रूस से अत्यधिक रियायती दरों पर लाखों बैरल कच्चा तेल आयात किया है।
उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 140 डॉलर तक बढ़ गई है। राकांपा नेता ने कहा कि एक ओर पेट्रोलियम मंत्रालय कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें बढ़ने के कारण मूल्य वृद्धि को न्यायोचित ठहराने का प्रयास कर रहा है, वहीं दूसरी ओर उन्होंने कि अत्यधिक रियायती दरों पर तेजी से सौदा कर लिया है।
कांग्रेस की महाराष्ट्र ईकाई के प्रमुख नाना पटोले ने केंद्र पर चुनाव खत्म होते ही लोगों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया। वह पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों का जिक्र कर रहे थे। पटोले ने कहा कि मैंने कहा था कि भाजपा चुनाव जीतेगी तो ब्याज समेत जनता से वसूलेगी।