अशाेेेक यादव, लखनऊ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों विभिन्न मुद्दों पर लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। 11 सूत्रीय मागों को लेकर देश भर में 6 लाख से अधिक आशा कार्यकर्ता तीन दिन की हड़ताल पर हैं।
दरअसल आशा वर्कर्स की मांग है कि उन्हें बेहतर और समय पर वेतन मिले, और एक कानूनी स्थिति जो न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित करे, ताकि जिस तरह वो देश के पिछड़े और पहुंच से दूर इलाकों में जाकर अधिकारियों की मदद कर रही हैं वो जारी रख सकें।
ऐसे में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एक ट्वीट के सहारे मोदी सरकार पर जोरदार प्रहार किया है। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है, कि आशा कार्यकर्ता देशभर में घर-घर तक स्वास्थ्य सुरक्षा पहुंचाती हैं।
वो सही मायने में स्वास्थ्य वॉरियर्स हैं लेकिन आज खुद अपने हक के लिए हड़ताल करने पर मजबूर हैं। इतना ही नहीं राहुल ने तंज कसते हुए कहा, सरकार गूंगी तो थी ही, अब शायद अंधी-बहरी भी है।
आशा कार्यकर्ता गांवों और शहरों में घर-घर जाकर परिवार के एक-एक सदस्य की स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करती हैं और इसी के आधार पर सरकार बीमारियों को बेहतर तरीके को समझ पाती है। इस हड़ताल के लिए 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों से जुड़ा मंच भी साथ आया है। इंटक, एआईटीयूसी, सीटू, जैसी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों से जुड़े आंगनवाड़ी, आशा, मध्याह्न भोजन योजना से जुड़े संगठन हड़ताल में शामिल हैं।