लखनऊ। आईपीएस डॉक्टर अजय पाल शर्मा के खिलाफ उनकी कथित पत्नी की ओर से हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। जिस मामले में विवेचना विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी जांच शुरू कर दी है।
एसआईटी ने इस मुकदमे को अपने केस नंबर पर दर्ज किया है। साथ ही एसआईटी अब जल्द ही गाजियाबाद जेल में एफआईआर दर्ज कराने वाली आईपीएस की कथित पत्नी के बयान भी दर्ज करेगी। जिसके बाद आईपीएस अजय पाल शर्मा समेत अन्य आरोपियों को नोटिस देकर एसआईटी कार्यालय में तलब किया जाएगा।
गौतमबुध नगर मामले में भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों से घिरे आईपीएस डॉ अजय पाल शर्मा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। शासन ने उनके खिलाफ विजिलेंस जांच के साथ ही हजरतगंज में दर्ज कराई गई एफआईआर की जांच एसआईटी को सौंपने का निर्णय लिया था।
वहीं कथित पत्नी का आरोप है कि उनकी और अजय पाल शर्मा की साल 2016 में गाजियाबाद में रजिस्टर्ड मैरिज हुई थी। अजय पाल शर्मा पर अपने पद और रसूख का इस्तेमाल कर उसे फर्जी मुकदमे में जेल भिजवाने उनकी शादी के साक्ष्य मिटाने व अन्य संगीन आरोप लगाए हैं।
महिला का आरोप है कि साल 2019 में गाजियाबाद के साहिबाबाद थाने में गोविंदपुरम निवासी हरिओम की ओर से अज्ञात महिला के खिलाफ रुपये 200000 की ठगी की एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसमें उसका नाम फर्जी ढंग से शामिल किया गया है।
आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने कोर्ट से गैर जमानती वारंट हासिल कर महिला को गिरफ्तार किया था। महिला का आरोप है की अजय पाल शर्मा के कुछ महिलाओं से संबंध की जानकारी हो गई थी। जिसका विरोध करने पर उसे फंसाया गया और उसे फर्जी ढंग से एफआईआर में शामिल कर जेल भेज दिया गया।