लंदन: ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद पर पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के दावेदारी से इनकार करने के बाद भारतीय मूल के नेता ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पर काबिज होने की संभावना सोमवार को और प्रबल हो गई. पूर्व प्रधानमंत्री ने रविवार की रात को यह कहते हुए प्रधानमंत्री पद की दौड़ से खुद को अलग कर लिया कि वापसी (प्रधानमंत्री पद पर वापसी) के लिए ‘यह सही समय नहीं है’. इससे सुनक के लिए दीवाली पर जीत की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए रविवार को घोषणा की कि वह कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में नहीं उतरेंगे और सबसे आगे चल रहे ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री चुने जाने के करीब पहुंच गए हैं।
प्रधानमंत्री पद की दौड़ में एकमात्र प्रतिस्पर्धी ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ की नेता पेनी मोर्डंट 100 सांसदों के लक्ष्य को पार करने के करीब पहुंच गई हैं, जिससे यह संभावना बन सकती है कि पूर्व वित्त मंत्री को सोमवार शाम को जल्द से जल्द नया नेता घोषित किया जा सकता है.
जॉनसन (55) ने दावा किया कि उन्होंने 100 सांसदों की सीमा पार कर ली है, लेकिन टोरी (कंजरवेटिव) पार्टी की एकता के हित में उन्होंने आगे नहीं बढ़ने का फैसला जॉनसन (55) ने दावा किया कि उन्होंने 100 सांसदों की सीमा पार कर ली है, लेकिन टोरी (कंजरवेटिव) पार्टी की एकता के हित में उन्होंने आगे नहीं बढ़ने का फैसला कियाकिया।
एक बयान में जॉनसन ने कहा कि उन्होंने ‘‘102 नामांकन की बहुत उच्च बाधा को पार कर लिया है’’, लेकिन वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि यह इसके लिए सही समय नहीं है’’। जॉनसन ने ‘पार्टीगेट’ कांड के बाद जुलाई में इस्तीफा दे दिया था जिसमें जॉनसन पर कथित रूप से कोविड-19 लॉकडाउन संबंधी कानून तोड़ने का आरोप लगा था।
अगर, सुनक और मोर्डंट दोनों अंतिम सूची में जगह बनाते हैं, तो वे 1,70,000 कंजरवेटिव सदस्यों के ऑनलाइन मतदान की दिशा में आगे बढ़ेंगे.