अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में कल दीपोत्सव मनाने के लिये पहुंचेगे। प्रशासनिक सूत्रो के मुताबिक दीपोत्सव की तैयारी पूरी हो चुकी है।
घाट को सजा दिया गया है। घाटों को त्रेता युग की तरह चमकाया गया है। अयोध्या में लगातार चतुर्थ भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस बार राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरयू के तट पर पांच लाख इक्यावन हजार दिये जलाकर पिठला विश्व रिकार्ड तोड़ेंगे।
उन्होंने बताया कि भगवान राम के जन्म से लेकर ज्याभिषेक तक के पूरे दृश्य को ग्यारह झांकियों के रूप में तैयार किया गया है। इन झाकियों को तैयार करने वाले गाजीपुर निवासी प्रदीप ने बताया कि हम लोग कई दिनों से अयोध्या में आकर चालिस फिट राज्य की झाकियां व तीस पैंतीस फिट की झांकियों को बनाया है।
उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर ग्यारह झाकियां हैं। इन झांकियों में करीब पच्चीस कारीगर पन्द्रह दिन से लगे हुए हैं। इन झांकियों की लागत करीब लाखों रुपये में आंका जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि प्रदेश सरकार ने इस पूरे कार्यक्रम में राज्य मेला घोषित कर दिया है, जिससे यह आगे भी चलता रहे। घाटों को सजा दिया गया है, जो आकर्षण का केन्द्र बनी है।
इस बार फाइबर की प्रतिमायें भी लगायी गयी हैं जिसमें भगवान राम के तीर को पीले कलर में जगह दी गयी है और उन्हें उनके मूर्त रूप में पूरा आकार देने की कोशिश कलाकारों ने की है। इस दीपोत्सव को दुनिया के मानचित्र पर रखने के लिये सरकार पूरी कोशिश में हैं। ढाई हजार बच्चे भगवान राम के जीवन पर आधारित चित्रकारी को अंतिम रूप दे रहे हैं।
कोई भगवान राम को अपने तरीके से रूप दे रहा है तो कोई उनके औजार धनुष और तीर को बना रहा है। रंगोली से अलग-अलग रंगों में सजाया जा रहा है। बच्चों का कहना है कि इस दीपोत्सव में भगवान राम के जीवन पर आधारित कार्यक्रम में हमें चित्र बनाने का अवसर मिला जो हमारे लिये सौभाग्य की बात है। छात्र-छात्राओं ने चित्रकारी की है जिसे प्रदर्शनी के तौर पर दिखाया जायेगा।
सूत्रों ने बताया कि अयोध्या में राम की पैड़ी पर सरयू का निर्मल जल छोड़ा गया है। पम्पिंग सेट के माध्यम से यह पानी सरयू नदी से उठाकर राम की पैड़ी में छोड़ा जा रहा है और दूसरे छोर से यह पानी वापस सरयू नदी में मिल रहा है। बाकायदा पांच सेटों में पानी बाहर आ रहा है जिसका लोग आनंद ले रहे हैं। यह पानी लगातार बहता रहेगा।
प्रदेश सरकार ने इसकी माकूल व्यवस्था कर दी है। दीपोत्सव के दौरान ही नहीं बल्कि हमेशा यहां पानी बहता रहेगा और लोग दीपोत्सव का आनंद तो लेंगे ही लेकिन इसके बाद भी जल यूं ही प्रवाहित होता रहेगा। उन्होंने बताया कि सैकड़ों छात्र-छात्रायें व्यवस्थित तौर पर घाट पर सजाये जा रहे हैं। बाकायदा एक स्कवायर बनाया गया है जिसमें सौ दिये रखे जायेंगे।
बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें व वालंटियर यह काम कर रहे हैं। खास बात तो यह है कि पुलिस विभाग भी अयोध्या जिले के हर थाने चौकी पर दीपक जलाकर इस कार्यक्रम का भागीदारी बनेगा। अयोध्या को भी दियों से सजाया जायेगा। सूत्रों ने बताया कि दीपोत्सव का मुख्य कार्यक्रम कल 13 नवम्बर को है।
बारह बजे से साकेत महाविद्यालय से ग्यारह झांकियां भगवान श्रीराम के जीवन वृत्त पर निकाली जायेंगी जो रामकथा पार्क तीन बजे पहुंचेगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रदेश के राज्यपाल आनंदी बेन पटेल रामकथा पार्क में पहुंचेगे और वहां से सीधे वे श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन करने के बाद पहला दीप जलायेंगे।
उसके बाद रामकथा पार्क में भगवान श्रीराम, माता सीता का स्वागत करेंगे। उन्हाेंने बताया कि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राज्याभिषेक होगा और सरयू आरती नये घाट पर की जायेगी। आरती के बाद राम की पैड़ी पर दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। सर्किट हाउस में विश्राम करने के बाद 14 नवम्बर की सुबह मुख्यमंत्री गोरखपुर के लिये रवाना हो जायेंगे।