चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शादी करने जा रहे हैं। लेकिन उससे पहले और कैबिनेट विस्तार के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बुधवार को पहली बैठक की। इस दौरान उन्होंने बड़ा फैसला लिया। सीएम मान ने कहा कि पंजाब की जनता को हमने एक बड़ी गारंटी दी थी कि सरकार बनते ही हम 300 यूनिट बिजली मुफ़्त में देंगे। स
रकार के इस फ़ैसले पर कैबिनेट की मुहर लग गई है। अब हर बिल पर 600 यूनिट बिजली माफ़ होगी। हम पंजाब की जनता से किए सभी वादों को पूरा करेंगे। हम जो कहते हैं, वो करते हैं।
सीएम मान ने कैपिंग हटाकर 300 यूनिट प्रति महीना बिजली मुफ्त देने के एजेंडे को हरी झंडी दी। कहा अब कोई भी किलोवाट की शर्त नही है। एससी बीसी, फ्रीडम फाइटर, बीपीएल कार्ड और गरीबी रेखा से नीचे जरनल कैटेगरी को बडी राहत देते हुए 1 किलोवाट की शर्त हटा दी। एससी बीसी को तो 600 यूनिट दो महीने मुफ्त दी जायेगी। अगर उनका 610 यूनिट का बिल आता है तो उन्हें केवल 10 यूनिट का बिल देना होगा।
दरअसल पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने पंजाब में फ्री बिजली देने का वादा किया था। जिसके पूरा न होने पर विपक्षी दलों ने आप पर निशाना भी साधा था। गौरतलब है कि प्रदेश की जनता को इस योजना का लाभ जुलाई की पहली तारीख से मिलना शुरू हो गया है। इसके तहत हर माह में लोगों को 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी। गौरतलब है कि पंजाब में हर दो महीने में बिल बनता है। इस हिसाब से लोगों को हर बिल में 600 यूनिट बिजली माफ होगी।
इस फैसले पर मुहर लगने के बाद वित्तीय वर्ष में सरकार पर बिजली सब्सिडी के तहत 6947 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा। वहीं पंजाब के करीब 73 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ताओं में से 61 लाख को इसका फायदा सीधे तौर पर मिलेगा। पंजाब में 300 यूनिट फ्री देने के फैसले के तहत जारी शर्तों के अनुसार, सामान्य वर्ग के लोगों को दो महीने में 600 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। वहीं अगर इससे एक यूनिट भी अधिक हुई तो उन्हें पूरा बिल भरना होगा।