अशाेक यादव, लखनऊ। प्रदेश सरकार ने गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास अगले साल जून तक करवाने की तैयारी की है। इस बाबत शनिवार को यहां अपर मुख्य सचिव गृह व यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी तथा अपर मुख्य सचिव अवस्थापना व औद्योगिक विकास विभाग की अध्यक्षता में गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए निविदा मूल्यांकन समिति की प्री.-ई.ओ.आई. कान्फ्रेंस यूपीडा मुख्यालय में आयोजित की गई।
इस बैठक में मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना के निर्माण से सम्बंधित गंगा एक्सप्रेस वे के पीपीपी मोड के तहत डिजाइन, बिड, फाइनेंस, आपरेट, मेण्टेन और ट्रांसफर के आधार पर गंगा एक्सप्रेस व परियोजना का विकास किये जाने के लिए 8 इच्छुक आवेदनकर्ताओं की मौजूदगी में चर्चा की गयी। चर्चा के दौरान उनके सभी प्रश्नों का जवाब देते हुए विचार विमर्श किया गया।
गंगा एक्सप्रेस वे मेरठ जिले से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज तक जाएगा। इसकी कुल लम्बाई 594 किलोमीटर होगी। परियोजना 12 जिलों और 30 तहसीलों से होकर निकल रही है।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने निविदाकर्ताओं के समक्ष प्रसन्नता व्यक्त करते हुए यह भरोसा दिलाया कि यूपीडा द्वारा गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के शुरूआती दौर की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करके एक्सप्रेस वे से सम्बंधित भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य इसी महीने शुरू हो जाएगा।