अशाेक यादव, लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजभवन में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने योगाभ्यास के ज़रिये निरोगी रहने का मंत्र दिया। आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजभवन में आयोजित विशेष योगाभ्यास कार्यक्रम में यूपी के 75 जिलों को योग करके निरोग रहने का मंत्र दिया।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ करते हुए सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने पूरे विश्व में योग का प्रचार किया। उन्होंने कहा कि ऋषि मुनियों की योग और ध्यान की परंपरा को वैश्विक स्टार पर ले जाने और आम जनमानस को इससे जोड़ कर निरोग बने रहने का विज़न पीएम मोदी का ही है। सीएम योगी ने कहा कि आज 200 से अधिक देशों में योग दिवस का आयोजन हो रहा है। योग अनुशासन से जुड़ा है और इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
उन्होंने मानवता के लिए योग के महत्त्व को सबसे एहम बताया। सीएम योगी ने कहा कि कोरोना के दौरान भी योग के महत्व का पता चला। कोरोना जैसी महामारी के दौरान सभी ने इस बात को देखा है कि जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है वही रोग के सामने टिक पाएगा।
उन्होंने कहा कि हम सब आभारी हैं प्रधानमंत्री मोदी के जिन्होंने भारत की ऋषि परंपरा के इस उपहार को न केवल भारत के अंदर बल्कि दुनिया के अंदर पहुंचाया है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने योग साधकों से कहा कि इस प्राचीन परंपरा को हर देशवासी तक पहुँचाने का काम किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि मुझे खुशी है कि दो साल के अंतराल के बाद एक बार फिर राजभवन में योगाभ्यास हो रहा है। उन्होंने कहा कि सदियों ऋषि मुनि योग का अभ्यास करते और सिखाते थे लेकिन यह भारत में ही सीमित था। आज सारे विश्व में लोग योगाभ्यास कर रहे हैं। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति इसके लिए आभार प्रकट किया।
उन्होंने कहा कि योग सिर्फ एक दिन नहीं होना चाहिए। हर दिन कुछ समय निकालकर इसे जरूर करना चाहिए। आज तो प्रदेश में कई ऐसे स्थान बन चुके हैं जहां पर जाकर योगाभ्यास कर सकते हैं। उन्होंने स्कूलों में भी योगाभ्यास को शामिल करने की जरूरत बताई। राज्यपाल ने कहा कि हमारे बचपन में ऐसे कार्यक्रम नहीं होते लेकिन दिनचर्या और आहार ऐसा था लोग स्वस्थ रहते थे। उन्होंने योग दिवस की की थीम -‘मानवता के लिए योग’ को पूरे विश्व के लिए ज़रूरी बताया। आयोजन के दौरान पीएम मोदी का सम्बोधन भी मैसूर से सुना गया।