नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को कहा कि घर खरीदारों के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन के एक मामले में पंजाब के एक रियल एस्टेट समूह के खिलाफ हाल ही में की गई छापेमारी के दौरान एक ऑडी कार, 85 लाख रुपये नकद और कई दस्तावेज जब्त किए गए।
एजेंसी ने एक बयान जारी कर बताया कि तीन जून को चंडीगढ़, अंबाला, पंचकुला, मोहाली और दिल्ली में 19 स्थानों पर गुप्ता बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशक सतीश गुप्ता व प्रदीप गुप्ता के अलावा समूह के सहयोगी बाजवा डेवलपर्स लिमिटेड, कुमार बिल्डर्स, विनमेहता फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड तथा इनके निदेशक जरनैल सिंह बाजवा, नवराज मित्तल और विशाल गर्ग के आवास पर छापेमारी की गई थी।
पंजाब पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसमें उन पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने विभिन्न लोगों की मिलीभगत से घर खरीदारों/निवेशकों को न तो फ्लैट, भूखंड, वाणिज्यिक इकाइयां दीं, न ही करीब 325 करोड़ रुपये वापस किए। इसके बाद ही ईडी ने उनके खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया था।
जांच में पाया गया, आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं के विकास के लिए घर खरीदारों से मिले धन का कंपनी के निदेशकों ने अपने सहयोगियों और अन्य लोगों के साथ मिलकर गबन किया तथा उससे निजी संपत्तियां खरीदीं। एजेंसी ने कहा, छापेमारी के दौरान चल और अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज, 85 लाख रुपये की नकदी और एक ऑडी क्यू7 कार जब्त की गई है।