श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को आरोप लगाते हुए कहा कि कश्मीर में मुख्यधारा की पार्टियों को अल्पसंख्यकों की हत्याओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं गयी है। उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में कश्मीर घाटी में लक्षित हत्याएं देखी गई और अधिकारियों के अनुसार इस वर्ष लक्षित हमलों की श्रृंखला में 12 नागरिकों, जिनमें से अधिकतर अल्पसंख्यक, गैर स्थानीय तथा पंचायती राज संस्थानों के सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
इन हमलों में 12 से अधिक गैर स्थानीय कार्यकर्ता भी घायल हुए। हत्याओं के विरोध में बड़े पैमाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और जम्मू और कश्मीर के लोगों तथा राजनीतिक नेताओं ने इसकी निंदा की। पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “विडंबना यह है कि हम कश्मीर में मुख्यधारा की पार्टियों को अल्पसंख्यकों की हत्याओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई।” रविवार को उन्होंने सवाल किया कि क्या जम्मू-कश्मीर में इसे सामान्य स्थिति को लेकर केन्द्र सरकार जिम्मेदार ठहराया सकता है।
कश्मीर की मुख्यधारा की पार्टियो को अल्पसंख्यकों की हत्या का विरोध करने की इजाजत नहीं दी गयी है । उन्होंने सवाल किया कि कहीं ऐसा जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य होने के केंद्र सरकार के दावों की खोखलेपन से उपजी घबराहट के कारण तो नहीं किया गया है। यह दावा क्या इतना खोखला है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दबाव को भी सह नही पायेगा”।