अशाेेेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी से राज्य में सबसे अधिक प्रभावित आगरा, मेरठ और कानपुर में माॅनीटरिंग के लिए एक उच्च स्तरीय मेडिकल टीम भेजने के निर्देश दिये हैं।
सीएम योगी ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित जिलों आगरा, मेरठ तथा कानपुर में माॅनीटरिंग के लिए एक उच्च स्तरीय मेडिकल टीम भेजी जाए।
साथ ही, सभी अस्पतालों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर समेत अन्य सभी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
आगरा में प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास आलोक कुमार तथा चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे को कैम्प करने के निर्देश।
किसी भी कोरोना वॉरियर से अभद्रता या हमला करने वाले के लिए सात साल तक कैद और पांच लाख तक के जुमार्ने की सजा
साथ ही, पीजीआई से एक वरिष्ठ डाॅक्टर तथा पुलिस अधिकारी को भी भेजने के निर्देश दिए।
मरठ में प्रमुख सचिव सिंचाई टी0 वेंकटेश के साथ चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को कैम्प करने के निर्देश दिए।
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की जांच के लिए टेस्टिंग क्षमता बढ़ायी जाये।
उन्होंने पूल टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी मेडिकल काॅलेजों के प्रधानाचार्यों को आपस में संवाद बनाना चाहिये।
डाॅक्टरों, पैरामेडिक्स के साथ-साथ सभी डिग्री व इन्टर काॅलेजों के प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षित किया जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में मौजूद वेंटिलेटर्स को फंक्शनल किया जाए।
इसके अलावा एनेस्थीशिया डाॅक्टरों की सूची भी बना ली जाए।
उन्हें ट्रेनिंग देकर वेण्टीलेटर्स संचालित कराए जाएं।
उन्होंने इमरजेंसी मेडिकल सेवाएं स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित प्रोटोकाॅल के अनुसार संचालित करने के निर्देश दिए है।
नर्सिंग, डेन्टल तथा इंजीनियरिंग काॅलेजों में एल-1 कोविड अस्पताल स्थापित किए जाएं, ताकि किसी भी आकस्मिकता से निपटा जा सके।
उन्होंने कहा कि पुलिस बल को इन्फेक्शन से बचाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएं।