अशाेक यादव, लखनऊ। जनाक्रोश और जनक्रांति यात्रा के बाद अब समाजवादी पार्टी, आज से जनादेश यात्रा शुरू करने जा रही है। यह यात्रा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री इन्द्रजीत सरोज की अगुवाई में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में की जाएगी।
समाजवादी पार्टी ने सत्ता में वापसी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। समाजवादी पार्टी हर प्रयास कर रही है ताकि वो सत्ता पर फिर से बैठ सके।‘जनादेश यात्रा’ 28 दिनों तक चलने वाली है। यह यात्रा 23 जिलों में जाएगी। इसकी शुरूआत आज पीलीभीत से हो रही है।
2 सितम्बर को शाहजहांपुर, 4 सितम्बर बहराइच-श्रावस्ती, 5 सितम्बर बलरामपुर-गोण्डा, 8 सितम्बर सोनभद्र, 9 सितम्बर मिर्जापुर, 10 सितम्बर भदोही, 11 सितम्बर प्रयागराज, 12 सितम्बर फतेहपुर, 13 सितम्बर प्रतापगढ़, 15 सितम्बर जौनपुर, 16 सितम्बर वाराणसी, 17 सितम्बर गाजीपुर, 18 सितम्बर चंदौली, 21 सितम्बर लखीमपुर खीरी, 22 सितम्बर सीतापुर, 23 सितम्बर हरदोई, 24 सितम्बर उन्नाव, 26 सितम्बर रायबरेली, 27 सितम्बर अमेठी और 28 सितम्बर को सुल्तानपुर में इस यात्रा को समाप्त किया जाएगा।
सपा सरकार इन यात्राओं के जरिए सरकार पर शिकंजा कसना चाहती है। यह सभी यात्रा सरकार की नाकामी को उजाकर करके सपा के द्वारा किए गए विकास को दिखाएगी। इस यात्रा के जरिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एक बार फिर सीएम की कुर्सी पर बैठना चाहते हैं। उनका कहना है कि बीजेपी की नीतियों से जनता परेशान है।
दलितों-पिछड़ों के संवैधानिक अधिकारों को कमजोर किया जा रहा है। बेरोजगारी की समस्या से नौजवानों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। इसी के साथ ये भी आरोप लगाया कि सरकार के कारण किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। अब देखने वाली बात तो यह है कि इन यात्राओं से सपा का कोई लाभ होता भी है या नहीं।