लखनऊ। करीब डेढ़ सौ साल पुराने भारतीय रेल के इतिहास में बदलाव का नया युग आज से शुरू हो गया। तमाम विरोधाभास के बीच देश की पहली कॉरपोरेट सेक्टर की ट्रेन तेजस लखनऊ-नई दिल्ली के बीच रफ्तार भरेगी। लखनऊ से दिल्ली के बीच शुरू हुई तेजस ट्रेन को शुक्रवार सुबह नौ बजकर 55 मिनट पर हरी झंडी दिखाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रवाना किया। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से नयापन आता है। तेजस नयेपन का प्रतीक है, प्लेन जैसी ट्रेन है तेजस। इसके लिए आईआरसीटीसी बधाई का पात्र है। यूपी पहली तेजस ट्रेन का गवाह बना है। लखनऊ से दिल्ली की यात्रा अब शानदार होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगरा से वाराणसी तक फास्ट ट्रेन कॉरीडोर बनाया जाए। यदि रेलवे आगरा से लखनऊ होकर वाराणसी तक बुलेट ट्रेन चलाएगी तो राज्य सरकार इसके लिए जमीन देगी। जमीन का खर्चा राज्य सरकार उठाएगी। साथ ही इको टूरिज्म प्लेसेज पर टॉय ट्रेन चलाई जानी चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार करेगी पूरी मदद करेगी।
समारोह मेें उनके साथ विकास मंत्री आशुतोष टंडन, महिला कल्याण मंत्री स्वाती सिंह, जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह मौजूद रहे। लखनऊ जंक्शन पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदियनाथ ने ट्रेन की तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही ट्रेन के अंदर घूमकर सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने ट्रेन में बैठे यात्रियों का अभिवादन भी किया। लखनऊ से नई दिल्ली के बीच पहले सफर में लगभग 400 यात्री सफर के लिए रवाना हुए। लखनऊ जंक्शन मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साढ़े नौ बजे पहुंचे। उनके साथ नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, महिला कल्याण मंत्री स्वाती सिंह, जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह मौजूद रहे। मंच पर पहुंचकर दीप प्रज्ज्वलित किया। रवानगी से पहले लखनऊ जंक्शन पर जोरो शोरों से तैयारियां की गई। प्लेटफॉर्म पर रेड कारपेट बिछाया गया था। तेजस को फूलों से सजाया गया। हर बोगी में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए। ट्रेन में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। खास बात ये है कि इस ट्रेन में कैप्टन से लेकर क्रू तक सभी महिलाएं हैं। इनका ड्रेस कोड भी ब्लैक और येलो कलर का है। रवानगी से पहले सभी स्टाफ ने ट्रेन के आगे सेल्फी ली। ट्रेन में यात्रियों का आना सुबह से ही शुरू हो गया था। सभी यात्री पहली बार इस कॉरपोरेट ट्रेन में बैठने को लेकर काफी उत्साहित नजर आए। यात्रियों को ट्रेन में बैठने से पहले कड़ी सुरक्षा और चेकिंग से गुजरना पड़ा। खासतौर पर बच्चे ट्रेन में बैठने को लेकर काफी उत्साहित नजर आए। यात्रियों और बच्चों ने भी ट्रेन के साथ सेल्फी ली। रेलवे बोर्ड चेयरमैन विनोद यादव भी मौके पर पहुंचे और उद्घाटन की तैयारियों का जायजा लिया। प्लेटफॉर्म पर करंट टिकट का काउंटर भी लगाया गया। जिसमें यात्रियों को करंट टिकट उपलब्ध कराया गया। शुक्रवार को चेयर कार का किराया1600 और एग्जीक्यूटिव क्लास का 2310 रुपये है। लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली तेजस एक्सप्रेस को लोको पायलट सुबोध कुमार, सहायक पायलट प्रशांत श्रीवास्तव लेकर जा रहे हैं इनके साथ स्टैंडबाई में राकेश भारती और अखिलेश कुमार हैं। इसके अलावा गार्डअतुल दीक्षित भी मौजूद हैं।
सुबोध कुमार को करीब 17 साल का ट्रेन चलाने का अनुभव है। इसके साथ ही अभी तक सुबोध वैशाली एक्सप्रेस, गोरखधाम एक्सप्रेस, सप्त क्रांति एक्सप्रेस, गोरखपुर इंटरसिटी सहित करीब दो दर्जन ट्रेनें चला चुके हैं। इनकी कार्यकुशलता सतर्कता और सिगनलिंग में महारत हासिल होने के कारण इनको यह अवसर दिया गया है। वहीं, उद्घाटन से पहलेे पूजा भी की गई। ट्रेन उद्घाटन लखनऊ के प्लेटफॉर्म नंबर छह से होगा। इसके लिए कैब-वे सुबह पांच से दोपहर 12 बजे तक बंद रहेगा। रेलवे बोर्ड चेयरमैन विनोद यादव समेत तमाम बड़े रेल अफसर, सांसद, मंत्री, विधायक मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि तेजस बेहतर सुविधाओं के साथ नारी सशक्तिकरण की भी मिसाल पेश करेगी। इसमें ट्रेन कैप्टन से लेकर क्रू स्टाफ तक महिला ही हैं। लखनऊ से नई दिल्ली का एसी चेयरकार का शुरुआती किराया 1125 और वापसी में 1280 रुपये होगा। एग्जीक्यूटिव क्लास में लखनऊ से नई दिल्ली का किराया 2310 और वापसी में 2450 रुपये होगा। वापसी में डिनर के चलते किराया अधिक होगा।