अशाेेेक यादव, लखनऊ। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड बुधवार को अपने किस्म की पहली कारपोरेट एजीएम यानी वार्षिक आम सभा करने जा रहा है जिसमें चैटबॉट के जरिये सभी शेयरधारकों को भाग लेने का मौका मिलेगा।
एजीएम को रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और विश्व के सातवें सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी संबोधित करेंगे और उम्मीद से पहले पूरी तरह कर्ज मुक्त हो चुकी कंपनी की भावी योजनाओं का ऐलान करेंगे।
देश के 500 शहरों से एक लाख से ज्यादा शेयरधारक इस वर्चुअल एजीएम में भाग ले सकते हैं। जबकि विश्व भर में फैले 26 लाख से ज्यादा शेयरधारकों को इसमें शिरकत करने का मौका रहेगा।
कोरोना संक्रमण के कारण ये पहला मौका है जब रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से वर्चुअल एजीएम का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले 2019 की एजीएम का आयोजन भौतिक रूप से मुंबई में हुआ था।
लेकिन इस तरह की भौतिक एजीएम में सभी स्टेकहोल्डर्स को अपनी बात रखने या वोट डालने का मौका नहीं मिलता था। इनमें मुंबई के लोग ही भाग ले पाते थे। मुंबई से बाहर के लोग वंचित रह जाते थे। परंतु इस बार अधिकांश स्टेकहोल्डर्स अपने मन की मुराद पूरी कर सकेंगे।
पिछली एजीएम में मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को 2021 तक पूरी तरह कर्जमुक्त बनाने का वादा किया था। परंतु उस वादे को उन्होंने एक वर्ष पहले ही पूरा कर दिखाया है। पिछले दिनों रिलायंस इंडस्ट्रीज ने विश्व की बड़ी कंपनियों से 1.75 लाख करोड़ रुपये का निवेश हासिल करके अपना सारा कर्ज चुकता कर दिया।
इस साल 31 मार्च तक रिलायंस इंडस्ट्रीज के ऊपर 1,61,035 करोड़ रुपये का कर्ज था। पिछले दिनों रिलायंस ने फेसबुक समेत वैश्विक कंपनियों को अपने डिजिटल व्यवसाय की 25.24 फीसद हिस्सेदारी बेचकर एकमुश्त 1.18 करोड़ रुपये जुटाये थे।
जबकि 53,124 करोड़ रुपये की राशि उसने मौजूदा निवेशकों के शेयर बेचकर जुटाई थी। इस प्रकार 1.75 लाख से अधिक राशि प्राप्त कर रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने कर्ज से भी ज्यादा राशि जुटाने में कामयाब रही।
पिछली एजीएम में मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के तेल व्यवसाय की 15 अरब डॉलर की हिस्सेदारी सऊदी अरब की कंपनी सऊदी अरेबियन ऑयल कंपनी को बेचने का ऐलान लिया था। परंतु कुछ वजहों से ये सौदा अभी पूरा नहीं हुआ है और इसमें थोड़ा विलंब हो गया है।
बुधवार को होने वाली एजीएम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के अलावा जियोमीट ऐप, सिस्को वेबेक्स तथा कमर्शियल वेबकास्ट जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों का सहारा लिया जाएगा और सभी निदेशक, प्रमुख अधिकारी और स्टेकहोल्डर्स को देखना, सुनना संभव होगा।
भारत के अलावा अमेरिका, जापान, कनाडा, ब्रिटेन, हांगकांग, सिंगापुर, मलेशिया, आस्ट्रेलिया, युएई जैसे तमाम देशों में फैले रिलायंस इंडस्ट्रीज के लाखों शेयरधारक इस वर्चुअल कांफ्रेंस में भाग ले सकते हैं।