अशाेक यादव, लखनऊ। विधानमंडल सत्र के दौरान विपक्ष का हंगामा हुआ। सपा ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मंहगाई पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा किया। वहीं, इससे पहले कांग्रेस ने मंहगाई, बेरोजगारी व कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों को लेकर गांधी प्रतिमा जीपीओ से विधानभवन स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा तक पैदल मार्च कर विरोध जताया।
विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए आ रहे कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना, अजय कुमार लल्लू व एमएलसी दीपक सिंह समेत अन्य नेताओं ने मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार ,कानून व्यवस्था, गैस-पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम व किसान के साथ हो रहे अन्याय के विरोध में गांधी प्रतिमा जीपीओ से विधानसभा चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा तक पैदल मार्च किया।
इससे पहले सदन की कार्यवाही 11 बजे शुरू होते ही विपक्षी दलों ने महंगाई पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लोगों को खाने के लाले पड़े हैं इसलिए सदन में सबसे पहले महंगाई पर चर्चा होनी चाहिए।
इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि विपक्ष जान बूझकर सदन की कार्यवाही में बाधा डालना चाहता है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कठिन समय के दौरान सरकार गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न का वितरण कर रही है। पेट्रोल और डीजल के कीमतें देश के अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम हैं।
हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने विपक्षी दलों के सदस्यों को समझाने की कोशिश की और नहीं मानने पर सदन की कार्यवाही 40 मिनट के लिए स्थगित कर दी। 12:20 बजे सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर वित्त मंत्री ने अनुपूरक अनुदानों को पेश किया।