आगरा : आगरा में बीजेपी विधायक उदयभान चौधरी ने एसडीएम गरिमा सिंह को धमकाया है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब हावी हो रहा है. वीडियो में विधायक जी कह हैं, ‘क्या आपको नहीं पता है कि मैं विधायक हूं? क्या तुमको मेरी ताकत और लोकतंत्र की ताकत का अंदाजा नहीं है? मिली जानकारी के मुताबिक वह किसानों के मुद्दे पर एसडीएम से बात करने गए थे. लेकिन एक विधायक का सबके सामने किसी महिला अधिकारी को इस तरह से धमकाना कितना जायज है, इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले भी कई अधिकारियों के साथ नेता इस तरह का बुरा बर्ताव कर चुके हैं. इससे पहले पिछले साल 2017 में भी एक ऐसा वीडियो सामने आया था जिसमें जेल में बंद एनसीपी के एक विधायक का एक पुलिस अधिकारी के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया था. घटना उस वक्त की है जब मुंबई की बायखुला जेल के बाहर खड़े होकर पिकप वैन का इंतजार कर रहे थे. वैन के आने में देरी के कारण इस विधायक रमेश कदम का पारा चढ़ गया और वहां मौजूद पुलिस अफसर के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने लगे.
यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. रमेश कदम पिछले 19 महीने से जेल में थे और 300 करोड़ के घोटाले में अगस्त, 2015 को गिरफ्तार किया गया था.वहीं साल 2017 में ही उत्तर प्रदेश और देश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की एक महिला सांसद ने कैमरे पर ‘पुलिस वाले की खाल खिंचवा लेने की धमकी’ दी थी क्योंकि सांसद को पुलिस अधिकारी का व्यवहार पसंद नहीं आया… बाराबंकी से लोकसभा सांसद प्रियंका सिंह रावत ने स्पष्टीकरण मांगे जाने पर भी कोई अफसोस ज़ाहिर नहीं किया, और धमकी को दोहराया. 31-वर्षीय प्रियंका सिंह रावत ने कथित रूप से फोन पर पुलिस अधिकारी ज्ञानंजय सिंह से उनके ‘दुर्व्यवहार’ को लेकर चीखते हुए कहा, “मैं सारी मलाई (गैरकानूनी कमाई) बाहर निकाल लूंगी, और खाल भी खिंचवा लूंगी.”