मशहूर बांग्ला अभिनेता सौमित्र चटर्जी का निधन हो गया है। वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे। कोलकाता के एक प्राइवेट अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित सौमित्र चटर्जी को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था लेकिन वह रिस्पॉन्स नहीं कर रहे थे.चटर्जी 85 साल के थे।
कोलकाता के बेले व्यू क्लिनिक में उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कल कहा था, “हमारे सभी प्रयासों के बावजूद उनका फिजियोलॉजिकल सिस्टम रिस्पॉन्ड नहीं कर रहा है और चटर्जी की हालत पहले से ज्यादा खराब हो रही है। उन्हें हर तरह के सपोर्ट पर रखा गया है और वह जीवन के लिए जूझ रहे हैं।”
डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से उनका तंत्रिका तंत्र निष्क्रिय हो चुका था। समाचार एजेंसी पीटीआई को उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया था कि चटर्जी को बचाने की पिछले 40 दिनों से कोशिश हो रही थी।
इस क्रम में उन्हें स्टेरॉयड, इम्युनोग्लोबुलिन, कार्डियोलॉजी, एंटी-वायरल थेरेपी, इम्यूनोलॉजी सब कुछ दिया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। एक डॉक्टर ने बताया कि न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम 40 दिनों में सौमित्र चटर्जी का इलाज कर रही थी।
कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सौमित्र चटर्जी को 6 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद वो कोरोना निगेटिव हो गए थे लेकिन बाद में उनका स्वास्थ्य बिगड़ने लगा और कई स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं आ गई थीं। चटर्जी ने सत्यजीत रॉय की चर्चित फिल्म ‘अपुर संसार’ से अपने करियर की शुरुआत की थी।