मध्य प्रदेश: लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के साथ ही मतदान की प्रक्रिया खत्म होने को है, इसके लिए प्रचार रुक गया है और कल मतदान होने वाला है लेकिन आचार संहिता के मामलों पर कार्रवाई अभी खत्म नहीं हुई है. ताजा मामला मध्य प्रदेश के खंडवा का है. चुनाव आयोग ने शनिवार को मध्य प्रदेश के खंडवा के कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए एक नोटिस जारी किया है. कांग्रेस उम्मीदवार अरुण सुभाषचंद्र यादव को पार्टी के प्रस्तावित न्याय योजना का नामांकन फार्म बांटने और भरवाने के लिए नोटिस जारी किया गया है. इसके लिए यादव को 24 घंटे के अंदर जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है.
बता दें कि मध्य प्रदेश की इस खंडवा सीट पर रविवार को मतदान होने वाला है. चुनाव आयोग का कहना है कि ये पता चला है कि न्याय योजना का नामांकन फार्म बांटने का काम खंडवा से कांग्रेस उम्मीदवार अरुण सुभाषचंद्र यादव द्वारा किया गया या करवाया गया या फिर उनकी जानकारी में किया गया है. इस बात की शिकायत भारतीय जनता पार्टी के सदस्य ने 3 मई को की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मध्य प्रदेश के तीन जिलों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यादव की तस्वीर और पार्टी चिह्न वाले न्याय योजना के नामांकन फार्म का अवैध रूप से वितरण किया गया और इसे भरवाया गया है.
इस मामले की प्रदेश चुनाव आयोग द्वारा जांच की गई और इसे यादव के विरुद्ध मामला बताया, क्योंकि उनके सहयोगी सुधान सिंह ठाकुर ने खंडवा जिले में फार्म का वितरण किया. ठाकुर के विरुद्ध 5 मई को एफआईआर दर्ज की गई थी. जांच और दस्तावेजी सबूतों के बाद चुनाव आयोग ने उनसे एक दिन के अंदर जवाब मांगा है और ऐसा नहीं करने आयोग उन्हें बिना बताए ही उचित निर्णय लेगा. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने पर देशभर में न्याय योजना लागू करने को कहा है. इस योजना के तहत गरीब लोगों को 72,000 रुपये प्रतिवर्ष देने का वादा किया है. इस योजना का वादा कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भी किया है.