अशाेक यादव, लखनऊ। यूपी की राजनीति में लाल टोपी छाई रही है। अब लाल टोपी और लाल रंग पर सियासत गरमा रही है। सीएम योगी ने बुधवार को विधानसभा में लाल टोपी पर तंज कसते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला किया था। यहां तक कि अखिलेश के विधायकों को नाटक कंपनी कहा था। योगी ने यह भी पूछ लिया था कि क्या ये लोग घर में भी टोपी पहन कर ही रहते हैं।
अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर पलटवार किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि आखिर उन्हें लाल टोपी से डर क्यों लगता है? तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को पूर्वांचल पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि लगता है बचपन में मुख्यमंत्री ने लाल मिर्च खा ली होगी। अखिलेश ने कहा कि पता नहीं क्यों मुख्यमंत्री लाल रंग से चिढ़े हुए हैं।
अखिलेश ने कहा कि खून का रंग लाल होता है। हमारा इमोशन भी लाल रंग से जुड़ा हुआ है। जब हम खुश होते हैं तो नाक-कान लाल हो जाता है। हम गुस्से में होते हैं तब भी आंखें और चेहरा लाल हो जाता है। हो सकता है मुख्यमंत्री ने बचपन में लाल मिर्च खा ली हो।लाल टोपी पर छिड़े जंग के बाद अखिलेश यादव ने ट्विटर और फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल फोटो बदल ली है। उन्होंने लाल टोपी वाली अपनी तस्वीर लगा ली है। उनके ऐसा करते ही समाजवादी पार्टी के बाकी नेता और समर्थकों में भी होड़ मच गई है। सब अपनी पुरानी तस्वीर बदल कर लाल टोपी वाली फोटो लगाने लगे हैं। वैसे समाजवादी पार्टी के समर्थकों में लाल टोपी लगाने की परंपरा रही है।
अखिलेश यादव जब भी किसी कार्यक्रम या रैली में जाते हैं तो लाल टोपी जरूर पहनते हैं। कई बार तो वे अपने साथ दो तीन ऐसी टोपियां रखते हैं। उनकी देखा देखी अब समाजवादी पार्टी के बाकी नेता और कार्यकर्ता भी ऐसा ही करने लगे हैं। मुख्यमंत्री बनने से पहले अखिलेश टोपी नहीं पहनते थे, लेकिन पिता मुलायम सिंह यादव के कहने पर उन्होंने इसे नियमित रूप से पहनना शुरू किया। मुलायम सिंह यादव भी समाजवादी पार्टी के कार्यक्रमों में लाल टोपी लगाते थे।
लाल टोपी को लेकर संग्राम की शुरुआत यूपी विधानसभा से हुई। सीएम योगी आदित्यनाथ राज्यपाल के अभिभाषण पर बुधवार को सदन में बोल रहे थे। तभी लाल टोपी पहने समाजवादी पार्टी के कुछ विधायकों ने टोका टाकी शुरू की। इस पर योगी ने चुटकी लेते हुए कहा कोई लाल टोपी कोई हरी टोपी। पता नहीं ये क्या परिपाटी बन गई है? पता नहीं ये लोग घर पर भी टोपी पहन कर रहते हैं। फिर उन्होंने एक कहानी सुनाई। कहा कि एक कार्यक्रम में था, टोपी पहनकर आने वाले को ढाई साल के बच्चे ने कहा मम्मी-मम्मी ये देखो गुंडा।