रामनगर , मध्य प्रदेश : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के मंडला के रामनगर में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस का उद्घाटन और तीन दिवसीय उत्सव की शुरुआत की . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के मंडला के रामनगर में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस का उद्घाटन किया और तीन दिवसीय उत्सव की शुरुआत की. इस दौरान पीएम मोदी ने जन प्रतिनिधियों से कहा कि ऐसी कोई ताकत नहीं है जो गांव के विकास से हमें रोक दे. पीएम मोदी ने कहा कि गांव के विकास के लिए जनप्रतिनिधियों को आगे आना होगा. उन्हें गांव के विकास के लिए समर्पित होना होगा. इस दौरान पीएम मोदी ने महिला सरपंचों को सम्मानित भी किया है..पीएम मोदी ने कहा कि कभी गांव के विकास में बजट के कारण मुसीबत रही होगी, मगर आज बजट की चिंता नहीं है. बल्कि उसके सही उपयोग की है. सही समय़ पर, सही काम के लिए, इमानदारी और पारदर्शिता की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधि हमें जवाब दें कि क्या हम गांव के बच्चों के लिए स्कूल की सही व्यस्था कर सकते हैं या नहीं, क्या गांव के किसानों की खेती ठीक कर सकते हैं या नहीं? किसान मधुमक्खी की पेटी को अपने खेत में रख लें तो दो-ढाई लाख रुपये आसानी से कमा सकता है. क्या इससे किसानों की इनकम बढ़ सकती है या नहीं?
पीएम मोदी ने कहा कि जन प्रतिनिधियों को पांच साल में कम से कम पांच गांवों का विकास जरूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आप कुछ ऐसा काम कीजिए कि 20-30 साल के बाद जब आप बुढ़ापे से गुजर रहे होंगे तो आपके पास यह कहने को हो कि 25 साल पहले मैं पंचायत का प्रधान था और देखो मेरे समय में ये काम हुआ था. जनप्रतिनिधियों से पीएम मोदी ने कहा कि अपने गांव के लिए कुछ कर गुजरने का इरादा रखिये और पांच साल जनता के लिए खपा देने का प्रण लें, दुनिया की कोई ताकत नहीं है जो गांव की जिंदगी न बदलने दे.
उन्होंने जन प्रतिनिधियों से कहा कि हम पंचायत में चुन कर आए हैं, तो क्या यह हमारा दायित्व नहीं है. सोचिये ऐसा कि पांच साल में ऐसा काम करूं कि एक भी बच्चा अनपढ़ न रहे. वो बच्चा बड़ा होकर कहेगा कि मैं गरीब मां का बेटा था, लेकिन गांव के प्रधान खेत से पकड़कर स्कूल ले गए. उसी की बदौलत में डॉक्टर-इंजीनियर-आईएएस बन पाया.