पंजाबः पुलिस पर सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता से मारपीट करने का आरोप लगा है। यह आरोप युवती के पिता ने लगाए हैं। पिता ने एक महिला पुलिसकर्मी और एएसआई पर बेटी से मारपीट के आरोप लगाए हैं। मामला पंजाब के लुधियाना के थाना डिवीजन नंबर 7 का है। दोनों पुलिसकर्मी इसी थाने पर तैनात हैं। पिता का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने एक आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराने का दबाव बनाया और दो अन्य आरोपियों को मामले से बाहर करने को कहा। पीड़िता के पिता ने शुक्रवार को जब थाने में हंगामा किया, तो आनन-फानन में पीड़िता को मेडिकल के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया गया। पीड़िता से मारपीट करने वाले एएसआई और महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पीड़िता के पिता के अनुसार उनकी बेटी एक फैक्ट्री में काम करती थी।
बीती 20 नवंबर को उनकी बेटी घर से काम पर गई थी। उसके बाद घर नहीं लौटी। इस पर पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज करने की जगह सिर्फ घर से भगाने का केस दर्ज किया और इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने अपने स्तर पर बेटी की तलाश शुरू की। सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें पता चला कि आरोपी उनकी बेटी को अगवा कर उत्तर प्रदेश के जिला गोंडा ले गए हैं। सोशल मीडिया पर मामला आने पर आरोपी उसे जालंधर ले आए। कुछ दिन पहले बेटी का फोन आया कि तीन युवकों ने उसे बंधक बनाकर रखा है। आरोपी उसे नशा देकर हर रोज दुष्कर्म करते हैं। बीती 12 दिसंबर को परिजन पुलिस को लेकर किसी तरह जालंधर मिट्ठा चौक गांव में पहुंचे और अपनी बेटी को बरामद कर लिया। पीड़िता के पिता का दावा है कि उन्होंने एक आरोपी को दबोचकर पुलिस के हवाले भी कर दिया था। गुरुवार को उनकी बेटी बयान दर्ज करवाने के लिए थाना डिवीजन नंबर 7 गई। वहां पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी और एएसआई तरसेम सिंह केस में एक आरोपी का नाम दर्ज करवाने का दबाव बनाने लगे। बेटी के मना करने पर महिला मुलाजिम और एएसआई ने उससे मारपीट की गई।
इससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद वह बेटी को घर ले आए। शुक्रवार को अन्य लोगों को साथ लेकर डिविजन नंबर 7 पहुंचे। इसके बाद उनकी बेटी को मेडिकल के लिए भेजा गया। इस संबंध में एएसआई तरसेम सिंह का कहना है कि जब लड़की गायब हुई थी, पुलिस ने उसी समय मिट्ठापुर निवासी फूल चंद के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मेरे पर मारपीट करने के आरोप झूठे हैं। लड़की का मेडिकल करवाया गया है। हमारी तरफ से कोई मारपीट की गई होगी तो वह मेडिकल में आ जाएगी। शनिवार को पीड़िता के बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज होंगे। वह जिन आरोपियों का नाम लेगी, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। मामला मेरे ध्यान में नहीं था। पीड़िता के पिता के आरोपों की जांच कराई जाएगी। किसी भी पुलिस मुलाजिम पर मारपीट का आरोप साबित हुए तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।