कोझिकोड। केरल के कोझिकोड में जानलेवा विषाणु निपाह वायरस से 12 साल के बच्चे की रविवार को तड़के मौत हो गयी। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि उसके (मृतक किशोर) रक्त के नमूने शनिवार को पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा गया था और जांच में उसके निपाह वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। बच्चे को सभी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद दफना दिया गया।
उन्होंने बताया कि मृतक पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ था और तेज बुखार की शिकायत के बाद पिछले पांच दिन पूर्व इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य मंत्री ने त्रिशूर में बताया कि मृतकों के संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार कर ली गई है।
कन्नमबारत कब्रिस्तान में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा सभी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद दफना दिया गया। व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट पहने अधिकारियों ने दफनाने की प्रकिया पूरी की। इस मौके पर केवल कुछ करीबी रिश्तेदार ही पीपीई किट में मौजूद रहे। कोझिकोड नगर निगम के स्वास्थ्य कर्मियों ने मृतक को दफनाने के बाद पूरे इलाके को रोगाणु मुक्त किया। मृतक लड़के के शव को विशेष तौर पर बने 12 फुट गहरे कब्र में दफनाया गया।
उनमें से हालांकि किसी में भी कोई लक्षण दिखाई देने की सूचना नहीं मिली है। इन सभी पर नजर रखी जा रही है। उल्लेखनीय है कि केरल में निपाह वायरस का पहला मामला मई 2020 में कोझिकोड के पेरम्बरा में सामने आया था। राज्य में इससे अब तक 23 लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा दो लोगों ने जान गंवाई है।