झारखंड: झारखंड के जमशेदपुर में एक झकझोर देने वाली वारदात हुई है। पिछले हफ्ते टाटानगर रेलवे स्टेशन से लापता हुई तीन साल की एक बच्ची का सिर कटा हुआ शव मंगलवार रात को आरोपी की निशानदेही पर मिला। सीसीटीवी फुटेज में पहचाने जाने के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया। बच्ची के धड़ को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया गया है। हालांकि मृतक बच्ची का कटा हुआ सिर बरामद नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफार्म से तीन वर्षीया बच्ची को अगवा करने के बाद दो लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसका सिर काट दिया।
इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी रिंकू, जो अब पुलिस हिरासत में है, एक आदतन अपराधी है और टेल्को और साकची इलाकों में बच्चों का अपहरण करने और उनकी हत्या के लिए पहले गिरफ्तार किया गया था। वह गिरिडीह जिला पुलिस में तैनात हवलदार का बेटा है। पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) नूर मुस्तफा अंसारी ने बताया, “रिंकू को नौ अप्रैल 2015 को जेम्को-आजाद बस्ती इलाके में एक सात वर्षीय बच्चे की हत्या करने के मकसद से अपहरण करने के लिए दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। उसे मार्च 2018 में दो साल की जेल की सजा सुनाई गई। वह कुछ हफ्ते पहले ही जेल से बाहर आया था।”
अभी पेश आए वाकये में तीन साल की बच्ची गुरुवार को रेलवे स्टेशन पर अपनी मां के साथ सो रही थी, जब उसे रिंकू ने उठा लिया। उसे सीसीटीवी फुटेज में सो रही लड़की को गोद में लेकर आराम से जाते हुए देखा जा सकता है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की और उसकी पहचान की। जिसके बाद सोमवार को उसे और उसके सहयोगी कैलाश को गिरफ्तार किया गया। बच्ची के शव को टाटानगर के धोबी घाट इलाके के पास झाड़ी से बरामद किया गया। रिंकू ने शुरुआत में पुलिस को बताया था कि उसने लड़की को एक बाल तस्कर गिरोह को सौंप दिया था। पुलिस मोहम्मद शेख उर्फ मोनू मंडल की संभावित भूमिका की भी जांच कर रही है, जो मृतक की मां को पुरुलिया से टाटानगर लेकर आया था।