अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की जेलों में जब से गायत्री मंत्र का उच्चारण शुरू हुआ है, तब से कैदियों की मनोदशा में बहुत बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। यानी की कैदियों में काफी सुधार देखा गया है। यह कहना है उत्तर प्रदेश सरकार के होमगार्ड व कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति का। उन्होंने उक्त बातें योजना भवन स्थित कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि पहले के समय में जब बैरक खोला जाता था,प्रार्थना के लिए तो सुरक्षा लगानी पड़ती थी,लेकिन अब ऐसा नहीं है,प्रार्थना के दौरान सभी कैदी बिना बंधिश के प्रार्थना करते है। यह एक अच्छा संकेत है।
उन्होंने कहा कि गायत्री मंत्र के प्रभाव से एकता भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि अभी रमजान के महीने में जब अल्पसंख्यक समुदाय के कैदी नमाज पढ़ने के लिए सुबह उठते थे, तो बहुसंख्यक समाज के कैदी स्वयं से उठ कर जगह खाली कर देते थे,जिससे अल्पसंख्यक समाज के भाइयों को नमाज पढ़ने में दिक्कत न आये। यह भाईचारे का संदेश जेलों से सीखने को मिल रहा है।
कारागार मंत्री ने कहा कि जब भी मौंका मिले पेड़ लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन जीने के लिए जो प्रकृति हमें सारी चीजें मुफ्त में दे रही है। उसे हम क्या दे रहे हैं,यह सोचना बहुत जरूरी है। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन कैदियों के साथ मिलकर पौधे लगायेगा। उन्होंने कहा कि इस बार पांच लाख पौधे लगाये जाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि होमगार्ड व कारागार के सभी कर्मी दो-दो पौधे जरूर लगायें।