लखनऊ। मौला-ए-कायनात मुशकिल कुशा शेरे खुदा हजरत अली अ0स0 की याद मे आज ग्लीम के ताबूत का जुलूस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गमजदा माहौल मे निकाला गया। बाद नमाज फज्र जुलूस रौजा-ए-काजमैन स्थित मस्जिदे कूफा से शुरू हुआ और मंसूर नगर अशर्फाबाद टूरियागंज नख्खास अक्बरी गेट होता हुआ पाटा नाला स्थित मौलाना मीसम जैदी के घर तक गया जहंा हजरत अली के ताबूत को जियारत के लिए रख दिया गया। जुलूस से पहले रौजा-ए-काजमैन स्थित मस्जिदे कूफा मे मौलाना मिर्जा मोहम्मद अशफाक ने मजलिस पढ़ी मजलिस के बाद अकीदतमंदो ने फज्र की नमाज अदा की और ग्लीम के ताबूत को अकीदतमंद अपने हाथो मे लेकर मस्जिदे कूफा से रवाना हुए।
सन 60 हिजरी मे ईराक स्थित मस्जिदे कूफा मे 56 वर्ष की उम्र मे हजरत अली अ0स0 को इब्ने मुलजिम ने उस वक्त जहरीली तलवार से वार कर घायल कर दिया था जब वो मस्जिदे कूफा मे फज्र की नमाज के लिए गए थे। हजरत अली अ0स0 जब मस्जिदे कूफा मे पहुचे तो उस समय इब्ने मुलजिम मस्जिद मे उलटा लेटा हुआ सो रहा था जिसे हजरत अली अ0स0 ने जगा कर कहा उठ जो करने के लिए आया है वो काम कर ये कह कर हजरत अली अ0स0 ने नमाजियो को फज्र की नमाज पढ़ाना शुरू की। हजरत अली जब सजदे मे थे उसी समय इब्ने मुलजिम ने जहरीली तलवार से उन पर कातिलाना वार कर उन्हे गम्भीर रूप से घायल कर दिया था । इब्ने मुलजिम को वहंा मौजूद नमाजियो ने पकड़ लिया था हजरत अली जब हमले मे घायल हो गए तो उन्होने अपने पुत्र इमाम हसन अ0स0 से कहा कि फज्र की नमाज की इमामत करो।
नमाज के दौरान इब्ने मुलजिम के हमले मे घायल हजरत अली बुरी तरह से घायल थे लेकिन उन्होने इस हालत मे भी इन्साफ को तरजीह देते हुए प्यास से परेशान इब्ने मुलजिम को वो शरबत पिलाया जो उनके पीने के लिए लाया गया था शरबत पिलाने के बाद हजरत अली ने कहा कि जिस तरह से इसने हम पर वार किया है उसी तरह से इस पर वार किया जाए । इन्साफ पसन्द हजरत अली ने घायल अवस्था मे भी उन पर कातिलाना हमला करने वाले पर रहम किया उन्होने फरमाया कि अगर एक वार मे ये मर जाए तो ठीक है वरना अगर न मरे तो इब्ने मुलजिम को आजाद कर दिया जाए। इब्ने मुलजिम के हमले मे बुरी तरह से जख्मी हुए हजरत अली की दो दिन बाद 21वीं रमजान की सुबह बाद नमाज फज्र शहादत हो गई थी। उन्ही की याद मे पुराने लखनऊ मे शिया समुदाय के लोग जुलूस निकालते है।
ग्लीम के ताबूत के जुलूस मे शामिल हजारो अकीदतमंदों की आंखों से आंसू टपक रहे थे अकीदतमंद अजादार सिसकियां लेकर रो रहे थे। मस्जिदे कूफा से निकाला गया जुलूस शान्तीपूर्ण माहौल मे सम्पन्न हो गया। इस दौरान एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पूरे जुलूस मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इन्तिजाम किए थे पूरे जुलूस मार्ग पर पुलिस के जवान मुसतैदी से अपनी डियूटी को अन्जाम दे रहे थे। पुलिस के आला अफसरो को जुलूस के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सौपी गई थी। जुलूस मार्ग पर पड़ने वाली सभी गलियांे पर नगर निगम द्वारा बैरीकेटिंग भी की गई थी सीसीटीवी कैमरो से जुलूस की निगरानी की गई। 21वीं रमजान को सआदतगंज के नजफ से कर्बला तालकटोरा तक ताबूत का जुलूस निकाला जाएगा।