अशोक यादव, लखनऊ। कोरोना संक्रमण के बीच भी बलरामपुर अस्पताल में लापरवाही बरती जा रही है। यहां के वार्ड दो में भर्ती रहे 13 कोरोना संक्रमित जमातियों के ही संक्रमित गद्दे एवं अन्य सामान को खुले में बाहर फेंक दिया गया।
हालात इतने खराब रहे कि इस संक्रमित सामान के बीच से शक्रवार को कर्मचारी समेत अन्य लोग भी निकलते रहे। मामला जैसे ही तूल पकडऩे लगा इससे हड़कम्प मच गया।
वहीं कर्मचारियों का कहना है कि इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा है। बलरामपुर अस्पताल के वार्ड नंबर दो में 13 कोरोना संक्रमित सहारनपुर के जमाती कई दिन भर्ती रहे।
फिर उन्हें करीब पांच दिन पहले अस्पताल से बीकेटी साढ़ामऊ के रामसागर मिश्र अस्पताल में भेजकर भर्ती कराया गया। भर्ती जमातियों के जाने के बाद वार्ड दो से सारे गद्दे व अन्य सामान को अस्पताल में खुले में फेंक दिए गए।
कर्मचारियों का आरोप है कि इन गद्दों पर ही संक्रमित जमाती लेटे थे। खुले में कई घंटे संक्रमित गद्दे व सामान पड़ा रहा। जबकि भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना संक्रमित किसी भी मरीज के उपयोग में आया सामान को सही से डिस्पोज किया जाए।
खुले में सामान न फेंके। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बहुत बढ़ सकता है। इसी वार्ड से चंद कदमों की दूरी पर 14 अन्य जमाती भी क्वारंटीन हैं। इससे उनको भी संक्रमण फैलने का खतरा है।
वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वार्ड को सैनिटाइज किया गया था। कर्मचारियों ने गद्दे बाहर डाल दिया थे। जानकारी होने पर सामान हटा दिया गया है।