जम्मू : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राजीव गांधी हत्याकांड की तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की माओवादियों की साजिश संबंधी रिपोर्ट के बीच शुक्रवार को कहा कि सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर गंभीर है. श्री सिंह ने जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे के बाद यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर हमेशा गंभीर रहे हैं. माओवादी हारने वाली लड़ाई लड़ रहे हैं. वे अब देश में केवल 10 जिलों में ही सक्रिय हैं.
पुणे में गुरुवार को पुलिस ने एक अदालत में बताया था कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के साथ कथित संबंधों के लिए गिरफ्तार किये गये पांच लोगों में एक व्यक्ति के दिल्ली स्थित आवास से एक पत्र बरामद किया गया था. पुलिस ने अदालत को बताया कि इस पत्र में कथित तौर पर कहा गया है कि माओवादी राजीव गांधी हत्याकांड जैसी घटना की तरह ही मोदी की हत्या की साजिश रच रहे हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सली हिंसा जल्द ही खत्म हो जायेगी, क्योंकि देश में उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों की संख्या 135 जिलों से घटकर 90 हो गयी है, लेकिन वे इनमें से केवल 10 में ही अधिक सक्रिय हैं. जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ अभियानों में लगी रोक की समयावधि बढ़ाये जाने की संभावना के बारे में उन्होंने कहा कि जमीनी स्थिति की समीक्षा और सभी संबंधित लोगों से विचार-विमर्श करने के बाद ही उचित निर्णय लिया जायेगा. शुरू से ही केंद्र का रुख यही रहा है कि सरकार हर व्यक्ति से बातचीत की इच्छुक है. उन्होंने कहा, हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान को अपनी सरजमीं से संचालित आतंकवादी गतिविधियों को रोकना चाहिए.
मालूम हो कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 1991 में हत्या कर दी गयी थी. तमिलनाडु में एक आत्मघाती हमलावर के जरिये राजीव गांधी को मार दिया गया था. पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस का कहना था कि उसे ऐसे सबूत मिले हैं, जिसमें नक्सलियों द्वारा राजीव गांधी हत्याकांड की तर्ज पर एक और कांड किये जाने की साजिश रचे जाने की बात पता चली है.