
अशाेक यादव, लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के लिए पीएम मोदी के प्रति आभार जताया है। सीएम योगी ने शुक्रवार को कहा “ हम सब जानते हैं कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठन आंदोलन कर रहे थे, आज गुरुपर्व पर प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र में संवाद की भाषा का इस्तेमाल करते हुए तीनों कृषि कानून को वापस लेकर जो ऐतिहासिक कार्य किया है, मैं उसके लिए उनके इस कदम का स्वागत और अभिनन्दन करता हूं।
”उन्होंने कहा कि शुरू से ही इस सम्बंध में एक बड़ा समुदाय ऐसा था, जो इस बात को मानता था कि किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए इस तरह के कानून महत्वपूर्ण भूमिका तय कर सकते हैं, लेकिन उस सबके बावजूद कतिपय किसान संगठन इसके विरोध में आये तो सरकार ने हर स्तर पर संवाद बनाने का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा “ ये हो सकता है कि हम लोगों की तरफ से कोई कमी रह गई होगी। हम उन लोगों को समझाने में कहीं न कहीं विफल रहे। जिसके बाद उन्हें आंदोलन के रास्ते आगे बढ़ना पड़ा था, लेकिन लोकतंत्र के इस भाव का सम्मान करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी को भी लेकर एक समिति के गठन करने का हम प्रदेश सरकार की ओर से स्वागत करते हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव तिवारी वीरू ने कृषि कानूनों के वापसी की घोषणा के बाद भाजपा पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद भाजपा नेता किस मुंह से अब जनता के बीच जाएंगे। जो पिछले 6 महीने से अभियान चलाकर जनता को कृषि कानून की खूबियां बता रहे थे।