नई दिल्ली/ भोपाल : लोकसभा चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, नेताओं में जुबानी जंग भी शुरू हो गई है. ताजा मामला मध्य प्रदेश का है. लोकसभा अध्यक्ष और इंदौर की सांसद सुमित्रा महाजन के जैसे ही इस सीट से फिर चुनाव लड़ने की चर्चा चली, कांग्रेस हमलावर हो गई. मध्यप्रदेश के खेल और युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने कहा, “ताई इंदौर की धरोहर हैं और अच्छी महिला हैं. पर इतिहास इस बात का गवाह है कि अगर कोई बुजुर्ग चाबी छोड़ने को तैयार नहीं होता है, तो उसके नाती-पोते उससे चाबी छीन लेते हैं. मेरा आपसे ( सुमित्रा महाजन) आग्रह है कि आप इंदौर की चाबी को लेकर ज्यादा लालच नहीं रखें”. आपको बता दें कि हाल ही में सुमित्रा महाजन ने कहा था कि इंदौर की चाबी उचित व्यक्ति को सही समय पर मिल जायेगी.
अभी तो मैं यह चाबी अपने पास ही रखने जा रही हूं. मैं अच्छे से चल-फिर और देख पा रही हूं तथा ठीक तरह सब संभाल रही हूं. आपको बता दें कि सुमित्रा महाजन साल 1989 से लगातार इंदौर से जीतती रही हैं. जब वह पहली बार इस सीट से चुनाव लड़ी थीं, तब उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रकाशचंद्र सेठी से कहा था कि ‘चूंकि इंदौर की बहू के रूप में वह चुनाव लड़ रही हैं. लिहाजा इस सीट की चाबी उन्हें सौंप दी जाये’. तब से सियासी गलियारों में इंदौर सीट ‘इंदौर की चाबी’ के रूप में चर्चित है. कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि इंदौर के मतदाताओं ने सुमित्रा महाजन का सहयोग किया था और सेठी ने आपको चाबी सौंपी थी, लेकिन आपको इतना लालच क्यों है इस चाबी से? आपको बताना चाहिये कि आखिर उस तिजोरी के अंदर क्या है, जिसकी चाबी आप अपने पास रखना चाहती हैं.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले तमाम नेताओं ने अपनी कमर कस ली है. अलग-अलग लोकसक्षा क्षेत्रों को लेकर गुणा-भाग शुरू हो गया है. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो इस बार भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह के विदिशा, कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पत्नी अमृता सिंह के राजगढ़ या इंदौर और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया के गुना से चुनाव लड़ने की चर्चाएं जोरों पर हैं. आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस मध्य प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की जुगत में है. इसके लिए दोनों दल उन सारे फॉर्मूलों पर काम कर रहे हैं, जो उन्हें जीत दिला सके.