प्रयागराज: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित फूलपुर लोकसभा सीट पर अपना दल (अद) के साथ गठबंधन कर 35 सालों से खोई जमीन तलाशने के लिए पटेल बिरादरी पर दांव लगाया है। कांग्रेस ने फूलपुर संसदीय सीट से अपना दल (कृष्णा गुट) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल के दामाद पंकज निरंजन सिंह को गुरूवार को अपना प्रत्याशी घोषित किया। इस सीट पर जीत और हार में पटेल मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस सीट को हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पटेल बिरादरी का ही किसी कद्दावर नेता को चुनाव मैदान में उतारकर वर्ष 2017 में हुए उपचुनाव में मिली हार का बदला लेना चाहेगी।
कुर्मी बहुल इस सीट पर अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की प्रतिष्ठित फूलपुर संसदीय क्षेत्र से जीतकर देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुंचने का सपना कभी पूरा नहीं हो सका। उन्होंने 1996 से लेकर 2004 तक चार बार चुनाव लड़े लेकिन जीत से कोसों दूर रहे। फूलपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 19,75,219 मतदाता हैं। जिसमें पुरूष मतदताओं की कुल संख्या 1083213 जबकि 891797 महिला एवं 209 अन्य है। इस सीट पर फूल कम कांटे ज्यादा हैं। यहां जातीय समीकरण काफी दिलचस्प है। फूलपुर संसदीय क्षेत्र में ओबीसी वोटर सबसे अधिक हैं। इनमें भी पटेल मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। ऐसे में राजनीतिक दल पटेल मतदाताओं को अपने खेमे में लाने की भरसक कवायद करेंगे। कांग्रेस ने पटेल पर दांव लगाकर खेल की शुरूआत कर दी है।