काबुल: अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में तालिबान ने एक बार फिर बड़ा हमला किया है. इस हमले में अभी तक 14 अफगान सैनिकों के मारे जाने की खबर है, वहीं कई अन्य को बंधक बनाने की भी खबर आ रही है. हेरात प्रांतीय परिषद के सदस्य नजीबुल्ला मोहेबी ने कहा कि हमलावरों ने गुरुवार की देर रात निनदांद में सेना की दो बाहरी चौकियों को घेर लिया. उन्होंने कहा कि छह घंटे तक चली लड़ाई शुक्रवार सुबह खत्म हुई. वहां पहुंची सेना की कुमुक ने विद्रोहियों को खदेड़ दिया, लेकिन तब तक वे 21 सैनिकों को बंधक बना चुके थे. हालांकि रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता गफूर अहमद जावीद ने मृतक और घायलों की संख्या दस बताई है. किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन अधिकारियों ने इसके लिए तालिबान को जिम्मेदार ठहराया है. बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब तालिबान ने अफगानिस्तान में सैनिकों को या आम नागरिकों को निशाना बनाया हो. इससे पहले इसी साल सितंबर में तालिबान आतंकवादियों के हमले में अफगान पुलिस के 10 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी. बादगीस प्रांत की राजधानी कला-ए-नौ के पास हमले में आरक्षित बल के पुलिस कमांडर अब्दुल हकीम समेत पांच अधिकारी मारे गए. प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता जमशीद शहाबी ने बताया कि दोनों ओर से गोलीबारी में तकरीबन 22 तालिबान आतंकवादी मारे गए और 16 अन्य घायल हो गए थे. इस बीच बगलान प्रांत के पुलिस प्रमुख एकरामुद्दीन सरीह ने बताया कि तालिबान लड़ाकों ने संयुक्त सेना और पुलिस अड्डे पर हमले किए. इसमें सेना के तीन और पुलिस के दो अधिकारियों की मौत हो गई थी . उन्होंने बताया कि बगलानी मरकजी जिले में हुए इस हमले में सुरक्षा बलों के चार अन्य सदस्य घायल हो गए थे. सरीह ने बताया था कि अड्डा अब सुरक्षा बलों के नियंत्रण में है. जिले में कुमुक भेजी गई है. इस हमले में तालिबान के कम से कम 20 लड़ाके भी मारे गए हैं.
एक बार फिर तालिबान ने अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में किया हमला, 14 सैनिकों की हुई मौत, अन्य को बनाया बंधक
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