सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य जैव ऊर्जा नीति-2022 के संदर्भ में आज 15 अक्टूबर 2022 को सम्भावित निवेशकों के साथयूपीनेडा के प्रशिक्षण केन्द्र देवा रोड, चिनहट पर ‘‘मीट’’ का आयोजन किया गया, जिसमें विषय विशेषज्ञों, कम्प्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी), बायो डीज़ल, बायो पैलेट के निवेशकों के साथ विभिन्न जनपदों के एफ.पी.ओ., बैंकों के प्रतिनिधि, तकनीकी प्रदाता एवं यूपीनेडा के अधिकारियों सहित लगभग 350 लोगों ने प्रतिभाग किया।
‘‘मीट’’ का प्रारम्भ निदेशक, यूपीनेडा अनुपम शुक्ला द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नई जैव ऊर्जा नीति के अंतर्गत बायोमॉस, बायो डीजल के क्षेत्र में इकाई लगाने वाले निवेशकों को फायदा होगा। किसानों की आमदनी एवं रोजगार बढ़ेगा। साथ ही प्रदेश में प्रदूषण की समस्या में भी कमी आयेगी। उन्होंने कहा कि इकाई लगाने के लिए प्रदेश में प्रचुर मात्रा में बायोमॉस उपलब्ध है। प्रख्यापित नीति के अन्तर्गत अनुमन्य अनुदान/प्रोत्साहनों के संबंध में जानकारी सचिव एवं मुख्य परियोजना अधिकारी, यूपीनेडा, श्रीमती नीलम तथा बायो ऊर्जा के प्रभारी अजय कुमार द्वारा प्रदान की गयी।
कम्प्रेस्ड बायोगैस के संबंध में विस्तृत जानकारी एवर-इन्वायरों से दीपक अग्रवाल द्वारा प्रदान करते हुए प्रदेश के 11 जनपदों में कम्प्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) प्लाण्ट लगाने की इच्छा व्यक्त की गयी। मीट में यूपीनेडा द्वारा तैयार बायो एनर्जी पोर्टल को संचालित कर निवेशकों को आवेदन प्रक्रिया के संबंध में जानकारी प्रदान की गयी। बैठक/मीट में इण्डियन ऑयल, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के प्रस्तुतीकरण के साथ स्थापित इकाईयों की सफलता की कहानी का प्रस्तुतीकरण भी किया गया।
उ0प्र0 राज्य जैव ऊर्जा नीति-2022 के परिप्रेक्ष्य में निवेशकों के साथ यूपीनेडा के प्रशिक्षण केन्द्र में मीट का आयोजन
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