अपने स्टार निशानेबाज पीटर सिडी से जुड़े विवाद के कारण हंगरी के हट जाने से आईएसएसएफ निशानेबाजी विश्व कप में पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन का भारत के खिलाफ होने वाला फाइनल गुरुवार को स्थगित कर दिया गया। स्वर्ण पदक के लिये होने वाला यह मुकाबला अब मेजबान भारत और तीसरे नंबर की टीम अमेरिका के बीच शुक्रवार को होगा।
भारत और हंगरी बुधवार को क्वालीफिकेन दौर के बाद पहले और दूसरे स्थान पर रहे थे। दोनों टीमों को गुरुवार को 11 बजे फाइनल खेलना था लेकिन हंगरी की टीम के निशानेबाज इस्तवान पेनी और जावान पेकलर ने तकनीकी अधिकारियों के साथ बातीचत के बाद सिडी के साथ खेलने से इन्कार कर दिया। बयालीस साल के सिडी पांच बार के ओलंपियन और पूर्व विश्व चैंपियन हैं। उन्होंने 2010 में म्यूनिख विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
टूर्नामेंट से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ”हंगरी की टीम ने सिडी के खिलाफ बगावत कर दी है। वह नियमों का सहारा ले रहा है। यह हंगरी की निशानेबाजी टीम का अंदरूनी मामला है जो पिछले चार-पांच वर्षों से चल रहा है। पिछले एक साल से यह मामला गरमाया हुआ है और पिछले साल राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी यह मुद्दा उठा था। ”
सूत्रों के अनुसार, पूरा मसला सिडी के बाइपोड को लेकर है जिसे वह अपने राइफल बैरल के आखिर में जोड़ते हैं। सिडी का कहना है कि वह भार संतुलन के लिये दो पाया के स्टैंड का उपयोग कर रहा था जो कि आईएसएसएफ के नियमों के अनुरूप है। वह प्रतियोगिता के दौरान राइफल को स्थिर करने के लिये ऐसा नहीं कर रहे हैं जिसकी तकनीकी तौर पर अनुमति नहीं है, लेकिन पेनी और उनके अन्य साथियों ने इस पर आपत्ति जतायी।
उन्होंने कहा कि आईएसएसएफ के तकनीकी प्रतिनिधिमंडल के पास इसकी शिकायत की गयी थी लेकिन उन्हें इसमें कुछ भी गलत नहीं लगा। बुधवार को क्वालीफाईंग दौर में नीरज कुमार, स्वप्निल कुसाले और चैन सिंह की भारतीय टीम ने 875 के स्कोर के साथ फाइनल में जगह बनायी। हंगरी के पेनी, पेकलर और सिडी दूसरे स्थान पर रहे थे।
अमेरिका के निकोलस मोवरर, टिमोथी शेरी और पैट्रिक सुंदरमन तीसरे स्थान पर रहे जबकि चौथी टीम कीनिया ने शुरुआत ही नहीं की थी। भारत अभी नौ स्वर्ण, छह रजत और पांच कांस्य पदक सहित कुल 20 पदक लेकर तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है।